विमला महरिया मौज Tag: बाल कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid विमला महरिया मौज 15 Feb 2024 · 2 min read झील झील! सूखी नदियां ताल तलैया,जोहड़ कुएं बावड़ी। सूखे से तपती धरती पर बूंद एक भी नहीं पड़ी।। चिंतातुर मंगल वनवासी, पानी बिन घबरा रहे। बड़े बुजुर्ग बैठ कर सोचें, तनिक... Poetry Writing Challenge-2 · बाल कविता 2 112 Share विमला महरिया मौज 16 May 2023 · 2 min read झील बाल कविता.......... *झील!* सूखी नदियां ताल तलैया,जोहड़ कुएं बावड़ी। सूखे से तपती धरती पर बूंद एक भी नहीं पड़ी।। चिंतातुर मंगल वनवासी, पानी बिन घबरा रहे। बड़े बुजुर्ग बैठ कर... Poetry Writing Challenge · बाल कविता 2 225 Share