लोधी डॉ. आशा 'अदिति' Language: Hindi 68 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 21 Jun 2017 · 1 min read बचपन तेरा जीवन सार सिखाता है बचपन तेरा बच्चा बनकर, मुझको बहुत भगाता है जो तुतलाकर बोले माँ तू, दिल मेरा भर आता है। तेरा ठुनक ठुनक कर चलना, चार कदम पर गिर जाना देख नींव... Hindi · कविता 5 805 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 23 Feb 2017 · 1 min read मैं और मेरा चाँद मैं और मेरा चाँद अक्सर अँधेरी रातों में चाय की प्यालियों में डूबकर जागा करते हैं रात भर कभी तोड़ते हैं खुशियों का गुल्लक बाँट लेते हैं खुशियाँ आधी-आधी और... Hindi · कविता 3 2 607 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 15 Jun 2017 · 1 min read तेरे आने की खबर यूँ लगा दी दस्तक किसी ने दरवाजे पर खोला दर तो दिखा आसमां पे बरसों बाद मुस्कुराता हुआ चाँद रातरानी की खुश्बू भरी हवा सहला गई दिल को अंदर तक... Hindi · कविता 3 470 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 15 Sep 2017 · 1 min read हमारा हिन्दी प्रेम **************** हमारा हिन्दी प्रेम **************** कल हिन्दी दिवस पर दिन भर जो अपने हिन्दी प्रेम के गाने थे गा रहे आज आँख खुलते ही गुड मॉर्निंग के साथ अंग्रेजी की... Hindi · कविता 2 1 535 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 23 May 2017 · 3 min read क्या फल और सब्जियाँ भी इंसान के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं? आज अख़बार के पन्ने पलटते-पलटते एक खबर पर ज्यों ही नजर पड़ी, तो नजर हट नहीं पाई…. अरे अरे ज्यादा खुश मत होइए, हमारी नजर जीरो फिगर वाली लोलो की... Hindi · लेख 2 876 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 13 May 2017 · 3 min read लो फिर आ गया आत्महत्याओं का मौसम अभी दसवीं तथा बारहवीं का परीक्षा परिणाम आये एक दिन भी नहीं हुए हैं. हमें अपने आस पास और साथ ही दूर दूर सभी जगह से एक साथ, एक ही... Hindi · लेख 2 584 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 27 Apr 2017 · 1 min read हाँ तुम! बस तुम! झरनों के संगीत में हो तुम नदियों के हर गीत में हो तुम सूरज की चाहत में पागल सूरजमुखी की प्रीत में हो तुम हाँ तुम! बस तुम! मेरी सुबहो-... Hindi · कविता 2 642 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 25 Jan 2017 · 1 min read कुछ खोया कुछ पा लिया, बीत रहा इक साल कुछ खोया कुछ पा लिया, बीत रहा इक साल आओ अब चिंतन करें, मिला परीक्षण काल।। खुशी कई हमको मिली, मिले कई ईनाम मिलकर बाँटे आज सब, खुशियों की है... Hindi · दोहा 2 1 526 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 14 Mar 2017 · 1 min read देख फिर आई होली पीली सरसों ने किया, स्वर्ण कनक मनुहार नीली अलसी मिल हुआ, अजब धरा श्रृंगार अजब धरा श्रृंगार, देख फिर आई होली रंग, अबीर, गुलाल, मस्त मस्तों की टोली सुनकर 'अदिति'... Hindi · कुण्डलिया 2 745 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 21 Mar 2017 · 1 min read हर सफर में मुस्कुराना चाहिए फ़ासलें दिल के मिटाना चाहिए फूल होठों पर खिलाना चाहिए हर दुआ होगी तेरी पूरी मगर सर इबादत में झुकाना चाहिए ग़म मिले हमको या मिल जाये ख़ुशी हर सफर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 549 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 11 Apr 2017 · 2 min read रोज़ शाम होते ही रोज शाम होते ही समेटने लगती हूँ मैं दिन भर के अपने आप को अपने अंदर चाय के एक अदद प्याले में उड़ेल लेती हूँ माँ की वो खट्टी-मीठी झिड़कियाँ... Hindi · कविता 1 629 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 14 Mar 2017 · 1 min read इस होली रंग लो मुझे, साजन अपने रंग खुशियाँ लेकर आ गया, होली का त्यौहार गाल रंगे गुलाल से, रंगों की बौछार टेसू, सेमल खिल उठे, बजे बसन्ती राग मस्ती, रंग, गुलाल से, देखो सजता फाग देख गुलाबों... Hindi · दोहा 1 558 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 27 Feb 2017 · 1 min read क्योंकि आँखे अक्सर धोखा दे देती हैं आँखों देखी भी अक्सर झूठ हुआ करती हैं आधा-अधूरा सच या पूरा झूठ कई बार जैसा दिखता है या दिखाया जाता है सच में वैसा होता नही है तुम जब... Hindi · कविता 1 662 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 12 May 2017 · 3 min read हाय ये फेसबुकिया ज्योतिषी आजकल फेसबुक पर कई लोगों को बड़ा अजीब सा शौक चर्राया है जिसे देख कर कभी-कभी इतनी जोर की हँसी आती है कि शायद अगर वो व्यक्ति हमें ऐसे पागलों... Hindi · लेख 1 600 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 15 Mar 2017 · 1 min read मनाओ मिलकर होली टेसू, सेमल खिल उठे, बजे बसन्ती राग मस्ती, रंग, गुलाल से, देखो सजता फाग देखो सजता फाग, मस्त मस्तों की टोली भूलो सारे बैर, मनाओ मिलकर होली अदिति हुए रंगीन,... Hindi · कुण्डलिया 1 591 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 17 May 2017 · 1 min read सपना नहीं टूटा है मेरा सपना नहीं टूटा है मेरा और ना ही टूटी हूँ मैं बस एक धुंध में खोई थी तूफानों के बीच/ नहीं देख पा रही थी मैं साफ़ साफ़ कौन सही... Hindi · कविता 1 693 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 25 Feb 2017 · 1 min read क्या मुर्दे भी कभी कुछ सोचते हैं ना मैं कुछ देख सकता हूँ ना सुन सकता हूँ और ना ही मैं कुछ बोल सकता हूँ मैं नहीं जानना चाहता क्या हो रहा है मेरे आसपास कौन जिन्दा... Hindi · कविता 1 1 795 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 20 May 2017 · 1 min read तेरे बिन तेरे बिन ___________ मै यहाँ हूँ दिल वहाँ है बिखरा बिखरा सा अपना जहां है सपनों की इस दौड़ में खोये अपने गुम जाने कहाँ हैं तेरी याद ____________ तेरी... Hindi · कविता 1 560 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 1 Jun 2017 · 3 min read नेताजी का पर्यावरण दिवस आज पर्यावरण दिवस है………… ये पर्यावरण दिवस क्या होता है भैया?………… अरे कुछ नहीं, बस साल में एक दिन लोग ये दिखावा करते हैं कि हम भी पर्यावरण की सुरक्षा... Hindi · कविता 1 704 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 5 Jun 2017 · 1 min read चाय की प्याली कहे कुछ भेज दो अब चिट्ठियाँ बून्द इक बारिश की देखो आज जो उतरी यहाँ ख्वाहिशें दिल में उठी पूछे सनम तुम हो कहाँ हो गए बेचैन दिन ये ख़्वाब भी तन्हा से हैं मुस्कुराहट पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 669 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 6 Jun 2017 · 5 min read आइये पर्यावरण के लिए इस बार कुछ नया करें लीजिये हर साल की तरह एक और पर्यावरण दिवस चला गया…… हर साल की तरह इस साल भी हर जगह बस २४ घंटों के लिए पर्यावरण और उसकी सुरक्षा की... Hindi · लेख 1 643 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 9 Jun 2017 · 4 min read मेरा पहला रक्तदान (संस्मरण) दिसंबर २००८ की बात है…… उत्तर भारत की ठण्ड को तो आप सभी जानते ही हैं और वो भी दिसंबर की ठण्ड…… १० दिन बाद ही हमारे एंड टर्म (सेमेस्टर... Hindi · लेख 1 2 609 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 4 Jul 2017 · 1 min read सीमा पे तुम कब से गए हो.....सैनिक घर भी आ जाओ दिन, महीनें, बरस हैं बीते, कुछ तो आस बँधा जाओ सीमा पे तुम कब से गए हो, सैनिक घर भी आ जाओ बिटिया रस्ता देख रही है, पापा फिर कब... Hindi · गीत 1 533 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 19 Jul 2017 · 1 min read काश मुझमें भी होता हुनर लाखों कमाने का काश मुझमें भी होता बिना खून-पसीना बहाये एकड़ भर ज़मीन से लाखों कमाने का हुनर और बन जाता मैं भी वो अखबारी कृषक पर मैं तो बना रहा बरसों से... Hindi · कविता 1 818 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 24 Jul 2017 · 3 min read तुम मुझसे क्यूँ रूठी हो हर साल तो इस समय तक तुम आ ही जाती थी, पता नहीं इस साल क्या हो गया है तुम्हें। तुम्हें तो पता ही है कि हर साल मुझे तुम्हारा... Hindi · लेख 1 1 830 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 28 Jul 2017 · 1 min read सजा.... एक स्त्री होने की हम दोनों एक ही सफर पर तो निकले थे वो भी साथ साथ मुझे सफर के शुरुआत में ही कहा गया कि मैं इस सफर के काबिल नहीं हूँ पर... Hindi · कविता 1 745 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 30 Jul 2017 · 1 min read आखिर तुम भी तो एक पुरुष ही हो न कितनी आसानी से कह दिया था तुमने सब कुछ ठीक तो है पर तुम भी अच्छी तरह जानते थे कुछ भी तो ठीक नहीं था जब कोई अंदर ही अंदर... Hindi · कविता 1 1 531 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 31 Jul 2017 · 1 min read कितना कुछ बदल गया है इन दिनों कितना कुछ बदल गया है इन दिनों अब नहीं खिलते हैं वो कचनार न ही खिलती हैं वो चम्पा और चमेली भी नहीं बिखेरती रातरानी भी वो पहले सी खुश्बू... Hindi · कविता 1 1 504 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 14 Sep 2017 · 2 min read सुनो प्रद्युम्न! सुनो प्रद्युम्न तुम्हारी निर्मम हत्या पर मैंने शोक नहीं मनाया और न ही मनाया मैंने एक पल का भी मातम बल्कि अनगिनत सवालों से घिरा मेरा रोम रोम हो गया... Hindi · कविता 1 478 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 23 Jan 2017 · 1 min read मतदाता हैरान हैं मतदाता हैरान हैं, चुने किसे सरकार हर नेता करने लगा, वादों की भरमार वादों की भरमार, नए हैं स्वप्न दिखाये बदली इनकी चाल, पैर पर गिर गिर जाये अदिति खड़ी... Hindi · कुण्डलिया 1 266 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 23 Jan 2017 · 1 min read अब मुझे यूँ आजमाना छोड़ दे जिंदगी मुझको सताना छोड़ दे अब मुझे यूँ आजमाना छोड़ दे हो गए हैं सब यहां पर मतलबी बेवजह रिश्ते बनाना छोड़ दे योग्यता की है नहीं कोई कदर फूल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 470 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 28 Jan 2017 · 1 min read सपने अवकाश 1 मेघा सन्देश साजन परदेश भाये ना मोहे 2 नदियां नारी बहती हरदम थकती नहीं 3 आँखे बादल बरसे पल पल तेरी याद में 4 खाली आकाश सपने अवकाश सूना... Hindi · हाइकु 1 487 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 23 Jan 2017 · 1 min read क्योंकि मैं एक नारी हूँ कुछ लोग कहते हैं मैं ऐसी हूँ कुछ कहते हैं मैं वैसी हूँ कुछ ये भी बातें करते हैं कि मैं कैसी दिखती हूँ, कैसे हँसती हूँ मैं क्या पहनती... Hindi · कविता 1 1 571 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 26 Jan 2017 · 1 min read हरा केसरिया फिर मिलकर, तिरंगा संग लहरायें गिरा दीवार नफरत की, चलो फिर एक हो जायें हरा केसरिया फिर मिलकर, तिरंगा संग लहरायें दिखा दे देश दुनिया को वतन की शान की खातिर मिटा दें दहशतें सारी... Hindi · मुक्तक 1 1 367 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 15 Jul 2017 · 1 min read खेती का खेल खेती का भी खेल अजब है, जीत के भी हम हारे हैं अन्नदाता कहलाते फिर भी भूखे पेट हमारे हैं धूप, आँधियाँ, बारिश, पाला, हमको नहीं डिगा पाएं कीट, पतंगे,... Hindi · गीत 582 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 28 Jan 2017 · 1 min read हरपल दिल में चाह यही है, लौटे बचपन फिर इक बार याद आ रही माँ की लोरी, और मुझे वो माँ का प्यार बहुत सुखद थे बचपन के दिन, माँ का आँचल ही संसार। दूध रोटियाँ लगती प्यारी, ज्यों हो स्वाद... Hindi · कविता 290 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 27 Jan 2017 · 1 min read सिखाया पाठ जीवन का, गुरूकुल हो गई अम्मा जो आँखों से गिरा मोती, तो व्याकुल हो गई अम्मा ख़ुशी से जो खिला चेहरा, तो बुलबुल हो गई अम्मा मेरे सुख साथ अम्मा के मेरे दुख साथ अम्मा के... Hindi · मुक्तक 473 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 26 Jan 2017 · 1 min read तिरंगे से सजा फिर आज हिन्दोस्तान हो जाये बने भारत जगत सिरमौर ये अरमान हो जाये तिरंगे से सजा फिर आज हिन्दोस्तान हो जाये मुसलमां सिक्ख ईसाई, नहीं हिन्दू रहे कोई भुला दें जातियाँ सारी चलो इंसान हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 406 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 10 Jun 2017 · 1 min read बाधायें भी हार मान ले, आगे बढ़ते जाना है मुश्किल कितनी भी आ जाये, तुमको ना घबराना है बाधायें भी हार मान ले, आगे बढ़ते जाना है मन हारा तो जग हारे तुम मन से हार नहीं जाना जब... Hindi · गीत 928 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 26 Jan 2017 · 1 min read हर नगर फहराये तिरंगा, अखण्ड भारत की शान रहे तीन रंगों से सजा हमेशा अपना हिंदुस्तान रहे जोश केसरिया अंग अंग में, भरे खेत खलिहान रहे भेदभाव को भूल शांति सन्देश चलो अब फैलाएं हर नगर फहराये तिरंगा, अखण्ड... Hindi · मुक्तक 233 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 23 Jun 2017 · 1 min read मुझको हरेक खेत ही जलता दिखाई दे- कुछ शेर ऐसी लगी है आग सियासत की आजकल मुझको हरेक खेत ही जलता दिखाई दे ************ बेसबब, बेचैन होकर, बह रही है जिंदगी आजकल खुद से यहाँ, हर आदमी है लापता... Hindi · शेर 500 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 25 Jan 2017 · 1 min read नदी जो इक नारी है पर्वतों से पिघलती नदियाँ खिलखिलाती हुई इठलाती हुई चट्टानों से खेलती निच्छल निकल पड़ती हैं सागर की चाह में युवा नदियाँ पहाड़ों से आलिंगनबद्ध होकर निकलती हैं मचलती हुई रास्तों... Hindi · कविता 382 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 29 May 2017 · 1 min read हर ख़ुशी सबको मिले ऐसी जमीं रब चाहिए ख्वाहिशें ऐसी कहाँ थी आसमां अब चाहिए लोग हो बेचैन ऐसी जन्नतें कब चाहिए एक दूजे पे भरोसा हो अमन चारों तरफ हर ख़ुशी सबको मिले ऐसी जमीं रब चाहिए... Hindi · मुक्तक 453 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 18 Jul 2017 · 1 min read गुलाबों की तरह खिलना कहाँ आसान होता है गुलाबों की तरह खिलना कहाँ आसान होता है गले काँटों से मिल हँसना कहाँ आसान होता है मिटा देते हैं ये खुद को लुटाने के लिए खुश्बू ख़ुशी यूँ बाँट... Hindi · मुक्तक 778 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 25 Jan 2017 · 1 min read व्यथा सभी कहते हैं उत्तर दिशा बहुत शुभ होती है मैंने भी सुना है सूर्य जब अंतरण करता है उत्तर दिशा की ओर तिल तिल बढ़ती चली जाती हैं खुशियाँ फिर... Hindi · कविता 249 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 27 Jul 2017 · 1 min read माँ मेरी मंदिर भी मस्जिद, माँ ही गिरजाघर लगे......माँ के कदमों में मेरे तो देख चारों धाम है अब नहीं मुझको पता दिन है भला या शाम है आदमी देखो यहाँ हर दूसरा गुमनाम है काम जो करता रहा उस पर उठी ये उंगलियाँ जो कसीदे झूठ के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 665 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 23 Jan 2017 · 1 min read बेझिझक करते रहो तुम इश्क़ का व्यापार भी हमसफ़र हैं दरमियाँ क्यूँ ये हया दीवार भी कर रहे हो इश्क का इकरार भी इंकार भी इश्क़ में क्या देखते हो तुम नफा नुकसान अब बेझिझक करते रहो तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 784 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 23 Jan 2017 · 1 min read सिर्फ और सिर्फ हम दोनों पर कविता कितनी बार चाहा कि लिखूँ सिर्फ और सिर्फ हम दोनों पर ही कविता और खो जाएँ हम एक दूसरे के अन्तःकरण में इस तरह फिर देख न पाये दुनिया बस... Hindi · कविता 540 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 23 Jan 2017 · 1 min read नोटबन्दी फैसला सरकार का नोटबन्दी फैसला सरकार का हाल क्या है देख लो व्यापार का जल्दबाज़ी में लिये क्यूँ फैसले देख लेते दुख जरा लाचार का नोट जो लाखों कमायें खर्च लो क्या करोगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 235 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 4 Apr 2017 · 1 min read पापा! मेरे लिए महान तुम्हीं हो! पुण्यतिथि पर पापा की याद में *********************** थाम के मेरी नन्ही ऊँगली पहला सफ़र आसान बनाया हर एक मुश्किल कदम में पापा तुमको अपने संग ही पाया कितना प्यारा था... Hindi · कविता 824 Share Page 1 Next