जयति जैन 'नूतन' Tag: कविता 17 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid जयति जैन 'नूतन' 11 Jul 2019 · 1 min read कविता- अफसोस कितना आसान था कह देना अब नहीं कोई वास्ता अब नहीं एक रास्ता ना ही होगी एक मंजिल ना होगा अब कोई फासला। कह कर आगे चल देना उसे अच्छे... Hindi · कविता 4 4 501 Share जयति जैन 'नूतन' 15 Nov 2018 · 1 min read कविता :- वो औरत एक मां है कविता :- वो औरत एक मां है उलझे हुए से फिरते हैं नादिम सा एहसास लिए दस्तबस्ता शहर में वो नूर है अंधेरे गुलिस्तां में । डरावने ख़ौफ़ के साये... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 18 573 Share जयति जैन 'नूतन' 9 Sep 2018 · 1 min read कविता - शील बचाने उठ अब नारी । कविता - शील बचाने उठ अब नारी । चल उठ स्त्री बांध कफन अब कोई रक्षक नहीं आयेगा हत्या शोषण बलात्कार से अब कोई तुझे नहीं बचायेगा । ये कलयुग... Hindi · कविता 1 658 Share जयति जैन 'नूतन' 6 Mar 2018 · 1 min read कविता- रस्में रिवाज़ भी जरूरी हैं । --- रस्में रिवाज़ भी जरूरी हैं --- हाँ शादी के बाद कुछ रस्में रिवाज़ भी जरूरी हैं । ये वो रिवाज़ नहीं जो आपके स्वाभिमान को ठेस पहुँचाये । ऐसे... Hindi · कविता 1 619 Share जयति जैन 'नूतन' 26 Dec 2017 · 1 min read कविता- वो मेरा नहीं दिल का हाल मैं आज भी वेसी ही हुं, जेसी उसकी पसंद है, लेकिन अब वो वेसा नहीं, जेसा मुझे पसंद है ! वो मेरा पहला प्यार है, लेकिन मैं... Hindi · कविता 1 374 Share जयति जैन 'नूतन' 11 Dec 2017 · 1 min read व्रद्धाश्रम पहुंचे एक दम्पति के दुख व्रद्धाश्रम पहुंचे एक दम्पति के दुख को व्यक्त करने की कोशिश, जिसने एक घर बनाया था ये सोचकर की उसका बेटा उसका सहारा बनेगा.... ©लेखिका - जयति जैन "नूतन" ना... Hindi · कविता 1 404 Share जयति जैन 'नूतन' 1 Dec 2017 · 1 min read निशब्द संसार तुम शब्द हो और मैं अर्थ तुम हो तो मैं हुं शब्द बिन अर्थ बेकार निशब्द संसार तुम प्रीत हो और मैं जोगन तुम हो तो जीवन रोशन प्रीत बिन... Hindi · कविता 907 Share जयति जैन 'नूतन' 16 Sep 2017 · 1 min read जो खुद को सेक्युलर नहीं मानते उनके लिए - बाहर हैं तो अभी सीधा घर जाइये घर जाकर टी.वी. में आग लगाइये सभी जाति -धर्म के लोग दिखाई देगें फिल्म - सीरियल पर नजर दौड़ाइये बच्चों को उस स्कूल... Hindi · कविता 1 572 Share जयति जैन 'नूतन' 15 Aug 2017 · 2 min read देश के रक्षक *** अपने खून के बदले मां बेटी को बचाउगां भक्षक को मार मैं रक्षक कहलाऊगां ! तोड़ कर रख दुंगा आंचल छूने वाले हाथों को अपने खून से जमीं पर... Hindi · कविता 486 Share जयति जैन 'नूतन' 15 Aug 2017 · 1 min read वीरों की सौगंध मुक्तक " उस नज़र को झुका के ही मानेगें हम जिस नजर ने धरती माँ पर आँख उठायी है अपनी ताकत से सर कुचल देंगे हम आखिरी सांस तक अब... Hindi · कविता 536 Share जयति जैन 'नूतन' 30 Jul 2017 · 1 min read तेरी जरुरते मेरी चाहत अगर मैं तुम्हे भूल जाऊ तो मुझे बेवफ़ा कहना, तेरी वफ़ा ना सही बेवफ़ाई तो याद रखुगी मैं ! अब ना जख्म भरेगे, ना दिल हंसेगा, ना अब पहले जेसी... Hindi · कविता 1 482 Share जयति जैन 'नूतन' 12 Jun 2017 · 1 min read तुम्हें एहसास नहीं कविता- तुम क्या जानो क्या होती है तन्हाई, चीखती खामोशी तुम्हे एहसास नहीं कराया मेने बंद कमरे मे केद घुटन का किसी की रूह से जुडकर उसका वजूद लूटने वाले... Hindi · कविता 1 595 Share जयति जैन 'नूतन' 13 Mar 2017 · 1 min read होली के रंग में रंग जाये आओ होली के रंग में रंग जाये, चलो मिलकर अबीर लगाये! फागुन मास में आता हैं दिल का त्योहार नाचो झूमो गाओ आयी बहार गिले शिक्वे मिटाओ प्यार से मिलो... Hindi · कविता 352 Share जयति जैन 'नूतन' 11 Mar 2017 · 1 min read उ.प्र. भी आरक्षण मुक्त हो अब मोदी जी मोदी जी अब हमे एक ही वचन चाहिये अब उ.प्र. भी आरक्षण मुक्त होना चाहिये... ना कोई दलित ना कोई बनिया ना ही ब्राह्मण सारी जातिगत भेदभाव को मिटाईये अब... Hindi · कविता 1 422 Share जयति जैन 'नूतन' 10 Jan 2017 · 1 min read मर जाने दो बेटियों को... मर जाने दो बेटियों को... लिंग परिक्षण कर भेदभाव जताया मारने को उसे औज़ारों से कटवाया इतनी घ्रणा है उसके अस्तिव से तो मर जाने दो बेटियों को घोडा-गाडी, बंगला-पैसा... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 828 Share जयति जैन 'नूतन' 6 Jan 2017 · 1 min read लो चला मैं... ओमपुरी जी को श्रद्धांजलि लो चला मैं... तुम सबसे दूर कुछ के लिये बुरा तो कुछ के लिये अच्छा था... लो चला मैं... आंखें नम हो जाये तो खुद को सम्भाल लेना... लो चला... Hindi · कविता 1 373 Share जयति जैन 'नूतन' 3 Jan 2017 · 1 min read वो मेरा नहीं वो मेरा नहीं- (दिल का हाल) मैं आज भी वेसी ही हुं, जेसी उसकी पसंद है, लेकिन अब वो वेसा नहीं, जेसा मुझे पसंद है ! वो मेरा पहला प्यार... Hindi · कविता 1 1 282 Share