Govind Kurmi Tag: मुक्तक 15 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Govind Kurmi 17 Mar 2020 · 1 min read ? ? ? ? ? ? ? ? कुछ ख्वाबों से ऊब गये क्या कहीं और सपने बुनने लगे हो मुहब्बत सच्ची नहीं लगती ? गैरों को जो गौर से सुनने लगे हो सब कुछ खोया दिल वीरान... Hindi · मुक्तक 1 343 Share Govind Kurmi 14 Mar 2020 · 1 min read मुक्तक सीने में फकत एक जान पर जान फना कर बैठे हैं मेरी सुबह के ख्वाब तुम्हें हर ख्वाब बना कर बैठे हैं यूंतो नाराज खुदा हमसे क्यों सजदा पहले यार... Hindi · मुक्तक 1 321 Share Govind Kurmi 5 Mar 2020 · 1 min read इबादत बन चुकी है कोशिश दिल्लगी की अब मुहब्बत बन चुकी है मतलब की थी जो यारी अब आदत बन चुकी है सोचा तो था बस खेलेंगे उनके दिल से पर मासूमियत उनके इश्क... Hindi · मुक्तक 1 2 309 Share Govind Kurmi 19 Oct 2019 · 1 min read चांद चांदनी रात है चांद ऊपर नहीं ।। ढूंढो ढूंढो सखी होगा भीतर कहीं ।। छुपके आया मगर है ये सबको खबर हो परदेशी भला उसका पीहर यहीं ।। Hindi · मुक्तक 1 604 Share Govind Kurmi 30 Oct 2018 · 1 min read मुक्तक गमों की महफिल में केवल हम झिलमिल तारे है इक हमें छोड़ कर यहां सब मुहब्बत के मारे है इनके हाल ऐ दिल का शायद मुझे अंदाजा नहीं ये डूब... Hindi · मुक्तक 1 318 Share Govind Kurmi 28 Oct 2017 · 1 min read मुक्तक जरूरत एक छोटी सी जीने को सब क्यों होती है ? ? ? ? ? ? ? हरपल उनके दीदार की ख्वाहिश अब क्यों होती है ? ? ? ?... Hindi · मुक्तक 1 592 Share Govind Kurmi 19 Jul 2017 · 1 min read मुक्तक फीकी-फीकी है जिंदगी जीने में अब स्वाद कहां है दिल तिजोरी ना रहे मुहब्बत अब जायदाद कहां है हाल ऐ दिल समझाने में दिल हलाल ही होते हैं खामोश धड़कनें... Hindi · मुक्तक 1 307 Share Govind Kurmi 7 Jul 2017 · 1 min read बताओ तो ! दिल को कोई ठोकर लगी,,,,,,,,, बताओ तो ! ???????? इश्क था या दिल की ठगी,,,,,,,,, बताओ तो ! ???????? तेरे दिल से जो निकले जाना तेरे आशिक हजार निकले !... Hindi · मुक्तक 1 830 Share Govind Kurmi 6 Jul 2017 · 1 min read लबों की तिस्नगी धड़कनों पर मर्जीयां किसी और की, ये कैसा नसीब है ???????? मुद्दतों बाद फिर जी उठे जो आज वो रूह के करीब है ???????? आज वो हमसे हम उनसे कोई... Hindi · मुक्तक 1 638 Share Govind Kurmi 5 Jul 2017 · 1 min read मेरा गम ना समझ सके लाख सहे दीवाने ने मगर, वो सितम ना समझ सके हर जख्म का इलाज थे जो, वो मरहम ना समझ सके मेरी मजबूरियों को बेवफाई तो जल्द ही मान बैठे... Hindi · मुक्तक 1 393 Share Govind Kurmi 18 Jun 2017 · 1 min read आखिरी मुलाकात सीने से लिपटकर रोयी थी कोई अबतक बो रात याद है जाते जाते जो कह गयी अबतक हर बात याद है वो चली गयी कह कर भुला देना हमें हम... Hindi · मुक्तक 1 585 Share Govind Kurmi 25 Apr 2017 · 1 min read मुक्तक ????????? तड़प ऐ इश्क की दिल से कही नहीं जाती चंद कदमों की दूरी भी अब सही नहीं जाती इक तलब महबूब की और जमाने की बंदिशें बेकाबू है ये... Hindi · मुक्तक 1 418 Share Govind Kurmi 20 Apr 2017 · 1 min read मुक्तक इश्क रोकर सींचे तो क्या, मतलबी दुनिया बंजर है मासूमियत चेहरे पे तो क्या, नफरतों का ही मंजर है यहां बस दिल के बदले में दर्द ऐ दिल ही मिलना... Hindi · मुक्तक 1 414 Share Govind Kurmi 5 Apr 2017 · 1 min read मुक्तक ?????????? मुहब्बत की राहों से गुजर कर देखा है गुलाब की हर कली को नजर भर देखा है रंगत ही नहीं खुशबुओं को भी चुरा लेते है चाहत के नशे... Hindi · मुक्तक 397 Share Govind Kurmi 2 Apr 2017 · 1 min read कुछ मुक्तक - तेरे लिये १- ????????? सोचूं तेरे लिये ऐसे भी सवेरे हों आंखों में तेरी सपने कुछ मेरे हों लाखों सजदे हजारों मन्नतें तेरे लिये हकीकत ना सही सपनों में हम तेरे हों... Hindi · मुक्तक 446 Share