Dushyant Kumar Patel Tag: ग़ज़ल/गीतिका 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dushyant Kumar Patel 13 Nov 2017 · 1 min read आरजूं दिल कि तरही गज़ल 2122 1212 22 फैसला है यहीं दीवाने का l शहर से गाँव लौट आने का ll सामने है चुनाव फ़िर कोई l *बख्त जागा गरीबखाने का* ll साजिशे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 414 Share Dushyant Kumar Patel 23 Oct 2017 · 1 min read खुदा हमें क्यों मिलाया तरही गज़ल 1212 / 1122/ 1212 / 22 यूँ मुस्कुरा के ग़में दिल अज़ाब दे जाओं l वो जाने वाले लबों का शराब दे जाओं ll हयात में क्या रखा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 368 Share Dushyant Kumar Patel 10 Oct 2017 · 1 min read कोई तितली नहीं आती 1222 1222 122 तेरे जाने का शिकवा क्यूँ करें हम l सितम खुद पर ढहाया क्यूँ करें हम ll जमीं पर चांद हमको मिल गया है l गगन का चाँद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 478 Share Dushyant Kumar Patel 5 Oct 2017 · 1 min read दिन लड़कपन के न आते है तरही गज़ल 2122 2122 2122 212 सुन खुदाया इल्तिज़ा को क्या पता कुछ भी नहीं l ज़िंदगी मेरी परेशाँ आसरा कुछ भी नहीं ll दिन लड़कपन के न आते है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 481 Share Dushyant Kumar Patel 7 Sep 2017 · 1 min read आसमाँ का चाँद ग़ज़ल बह्र 2122 2122 2122 तुम सलोनी शाम जीवन की फज़ा हो l इश्क तेरा दिलकशी हो दिलकुशा हो ll इस हरीमें इश्क का तुम तो खुदा हो l भूल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 491 Share Dushyant Kumar Patel 26 Aug 2017 · 1 min read खो गई आशिकी ग़ज़ल 212 212 212 212 मैं इधर से उधर भागती रह गई l कश्मकश ज़िंदगी नाचती रह गई ll खो गई आशिकी कौन से मोड़ में l नज़र मेरी उन्हें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 568 Share Dushyant Kumar Patel 26 Aug 2017 · 1 min read ज़िंदगी जंग है तरही गजल 2122 1212 22 ज़िंदगी जंग है सँवरता हूँ l मुश्किलों पे भी मैं निखरता हूँ ll तू वफ़ा कर या तो फ़ना कर दे l आज दिल तेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 452 Share Dushyant Kumar Patel 16 Oct 2016 · 1 min read हँसी आज दिल पे /ग़ज़ल बहर 122 / 122 / 122 / 122 हँसी आज दिल पे लुटाने चला हूँ उसे राज दिल का बताने चला हूँ फिदा हो गयें यूं उसे देखकर हम मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 513 Share Dushyant Kumar Patel 18 Sep 2016 · 1 min read "तुम कब आओगे" //ग़ज़ल// बहर 2222 2222 222 हम रोतें बैठे है तेरी यादों में तड़प रहें है भीगी-भीगी रातों में तुम हुई हो जबसे ओझल नज़रो से देख तस्वीर तेरी खोयें है ख्वाबों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 823 Share Dushyant Kumar Patel 1 Sep 2016 · 1 min read अपने ही करम से //गीतिका// अपने ही करम से इंसान है तंग यहाँ जीवन खेल है,जीवन है जंग असलियत छिपा कर चलते है लोग किसे पता किसका ईमान हैं बदरंग चलते नहीं क्यों,कोई सीधे राह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 375 Share Dushyant Kumar Patel 28 Jul 2016 · 1 min read बेवफ़ा ज़िंदगी से //ग़ज़ल// क्यों खफ़ा-खफ़ा सी हो बात क्या है झुकी-झुकी सी नज़रे हैं राज क्या हैं अश्क नैनों के अच्छे लगते नहीं यारा बेचैन दिल की चाह क्या है पिया नाम की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 306 Share Dushyant Kumar Patel 28 Jul 2016 · 1 min read तुम ग़ज़ल शायरी //ग़ज़ल // तुम सुबह शाम की ईबादत हो मेरी पहली,आखिरी मोहब्बत हो कोई नहीं जहां में यारा तुम सा सच में तुम इतनी खूबसूरत हो तुम्हें पाके क्या माँगू क्या चाहूँ तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 959 Share Dushyant Kumar Patel 21 Jul 2016 · 1 min read तू मेरा खुदा है //ग़ज़ल तू मेरा खुदा है तुम्हें छोड़ कहाँ जाऊँ हँस के चाहत के हर ग़म सहा जाऊँ चल आज भीगे सावन की बारिश में खुद को भूला के तुझमें समा जाऊँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 463 Share Dushyant Kumar Patel 21 Jul 2016 · 1 min read लब पर तेरा नाम आयें तो //ग़ज़ल लब पर तेरा नाम आयें तो मुस्कुरा लेते है तड़प दिल की दुनिया से छुपा लेते है याद आयें तो पीते नहीं मैखाने की जाम तेरी तस्वीर देख-देख रात गुजार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 268 Share Dushyant Kumar Patel 15 Jul 2016 · 1 min read तुम्हें जोहते बैठे रहे चौबारों में /ग़ज़ल/ तुम्हें जोहते बैठे रहे चौबारों में देखने को मजबूर हुए ख्वाबों में बेसुध मन बेखबर हो गए ज़माने से जबसे जीने लगे तेरी इन वफ़ाओं में मेरी राधा रानी मिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 439 Share Dushyant Kumar Patel 12 Jul 2016 · 1 min read सावन रातों में तुमबिन तन्हा गुजारा है सावन रातों में तुमबिन तन्हा गुजारा है बसंत आगमन तेरे आने का इशारा है तुझे याद कर कभी हँसना कभी रोना तसव्वुर में खो जाना आदत हमारा है तूने दी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 308 Share Dushyant Kumar Patel 12 Jul 2016 · 1 min read तू मेरे मन मधुबन बन जा मेरे प्रियतम तू मेरे मन मधुबन बन जा भीगती रहूँ मैं तू ऐसा सावन बन जा आ बसा लू तुझे अपनी साँसो में मेरे दिल की तू धड़कन बन जा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 334 Share Dushyant Kumar Patel 10 Jul 2016 · 1 min read वो पगली न समझी |ग़ज़ल| वो अन्जान बनती है ज़िंदगी का चैन चुरा के वो दे गई हजार जख्म दिल में खंजर चुभा के वो पगली न समझी कभी दिल का दर्द मेरा इस आलम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 293 Share Dushyant Kumar Patel 10 Jul 2016 · 1 min read तेरी याराना पसंद है |ग़ज़ल| मुस्कुरा कर दर्दे दिल छूपाना पसंद है तुम्हें तो दिल जलाकर बहलाना पसंद है देखना चाहते है तेरे चेहरे पर मुस्कान ज़िंदगी से तेरे हर ग़म चुराना पसंद है जानते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 664 Share Dushyant Kumar Patel 9 Jul 2016 · 1 min read इस शहर में (ग़ज़ल) इस शहर में दिल के काले है बहुत अपने धुन पे गुम मतवाले है बहुत कैसा ये शहर प्यासा भटके पानी को हर गली चौराहों में मैखाने है बहुत आज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 408 Share Dushyant Kumar Patel 8 Jul 2016 · 1 min read रिश्ते भूल गया दूर हो के ||ग़ज़ल|| रिश्ते भूल गया दूर हो के क्यों अँधेरा ज़िंदगी नूर हो के जीना तू तो भूल ही गया दौलत के नशे में चूर हो के क्यों तूने अपना घर उजाडा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 280 Share Dushyant Kumar Patel 8 Jul 2016 · 1 min read रंगत इंसान के किसे पता कितने रूप है बेईमान के | पैसा देख बदलती है रंगत इंसान के | यहाँ पैसा ही सबकुछ नहीं,बात मानो , कीमत तय न करो अपने ईमान के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 266 Share Dushyant Kumar Patel 5 Jul 2016 · 1 min read हर ग़म पी के मुस्कुरा/ग़ज़ल तड़प के जी ले मगर बेवफ़ा को मुकद्दर न बना | हर ग़म पी के मुस्कुरा दिल को पत्थर न बना | निगाहें शौक से किसी को अब देखा न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 318 Share Dushyant Kumar Patel 5 Jul 2016 · 1 min read ?मुझे तन्हाई पसंद है ?ग़ज़ल मैं तन्हा हूँ मुझे तन्हाई पसंद है अब न तेरी मुझे बेवफाई पसंद है तुमसे वफ़ा कर मिला ग़म की सिला अब न ज़िंदगी को रूसवाई पसंद है चाहत की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 511 Share Dushyant Kumar Patel 1 Jul 2016 · 1 min read पतझड़ है ज़िंदगी वो छोड़ा है शहर जबसे पतझड़ है ज़िंदगी भीगी-भीगी सी आंखे है पतझड़ है ज़िंदगी बसर करे कहाँ ढह गया है आशियाना खो गई है खुशियाँ कहाँ पतझड़ है ज़िंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 950 Share Dushyant Kumar Patel 28 Jun 2016 · 1 min read खामोश है ज़िंदगी खामोश है ज़िंदगी ग़म का तूफ़ान है | यादों से हलचल मन का आसमान है | चाहत की निशाँ मिटायी नहीं है मैंने | तेरे जाने से फ़िर भी ज़िंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 298 Share