डाॅ. बिपिन पाण्डेय Tag: कुंडलिनी छंद 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid डाॅ. बिपिन पाण्डेय 2 Jun 2023 · 1 min read कुंडलिनी छंद पावन होता है जहाँ ,रिश्तों का अनुबंध। भावों से आती वहाँ ,सात्विकता की गंध। सात्विकता की गंध,सदा होती मनभावन। रहती विषय विरक्ति,प्रीत यदि होती पावन।। आकर हो जाए खड़ी ,विपदा... Hindi · कुंडलिनी छंद 259 Share