Dr. umesh chandra srivastava 56 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Dr. umesh chandra srivastava 5 Aug 2016 · 1 min read .... पद ...2 भगवन ! कैसे दर्शन पाऊँ ? तीरथ चारो धाम गया जा , सागर गंग नहाऊँ । अर्पण तर्पण पूर्ण समर्पण , कंठी कर सरकाऊँ । उपक्रम पूजन षटकर्मो सँग ,... Hindi · कविता 735 Share Dr. umesh chandra srivastava 30 Jul 2016 · 1 min read मधुर-मधुर मन्द-मन्द मधुर-मधुर मन्द-मन्द , मोहन मुस्काये मोर मुकुट तिलक भाल वैज्यंती कण्ठ माल नूपुर की ध्वनि रसाल, छम-छम थिर धायें चपल नयन चंचल मन श्याम केश श्यामल तन करधनि कटि पीत... Hindi · कविता 1 350 Share Dr. umesh chandra srivastava 29 Jul 2016 · 1 min read ......साहस अभाव..... साहस अभाव में सुजनों के , दुष्टों का साहस पलता है । हों असुर अधर्मी धरनी पर , उनका दुःशासन छलता है ।। आदर्श धर्म में बिंधकर हम क्यों दानवता... Hindi · कविता 1 456 Share Dr. umesh chandra srivastava 29 Jul 2016 · 1 min read ..... .. पद ...... भगवन!क्यों नहिं दर्शन पाऊँ । योग मंत्र श्रुति ग्रन्थ न जानू , कैसे तुमको ध्याऊँ ? मृदु-पद उन्मुख सतत् हृदय में , मूरति मञ्जु सजाऊँ । सजल नयन अवरुद्ध कण्ठ... Hindi · कविता 628 Share Dr. umesh chandra srivastava 28 Jul 2016 · 1 min read धरती पुलकित हो उठे आज धरती पुलकित हो उठे आज जगती का दुःख हरना होगा । इस कर्म-भूमि में असुरों से फिर धर्म-युद्ध करना होगा ।। कितने वीरों ने झूम-झूम फाँसी का फंदा चूम-चूम ।... Hindi · कविता 341 Share Dr. umesh chandra srivastava 27 Jul 2016 · 1 min read अश्रु-नाद खो गयी प्रेम की नगरी झंझा-झंकोर घन घेरे । हो हाहाकार हृदय में सुन अश्रु-नाद को मेरे ।। लघु बूँदे ले मतवाला नभ से ऐ ! नीरद माला । बुझने... Hindi · मुक्तक 2 549 Share Previous Page 2