डी. के. निवातिया Tag: ग़ज़ल/गीतिका 71 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 डी. के. निवातिया 21 Jul 2017 · 1 min read ढलता रहता हूँ ढलता रहता हूँ *** हर रोज़, दिन सा, ढलता रहता हूँ ! बनके दिया सा, जलता रहता हूँ !! कोई चिंगारी कहे, कोई चिराग ! यूँ नजरो में, बदलता रहता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 608 Share डी. के. निवातिया 9 Jun 2017 · 1 min read कैसे मुकर जाओगे — डी के निवातिया यंहा के तो तुम बादशाह हो बड़े शान से गुजर जाओगे । ये तो बताओ खुदा कि अदालत में कैसे मुकर जाओगे चार दिन की जिंदगानी है मन माफिक गुजार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 1k Share डी. के. निवातिया 3 May 2017 · 1 min read वो हमारे सर काटते रहे वो हमारे सर काटते रहे हम उन्हें बस डांटते रहे !! वो पत्थरो से मारते रहे हम उन्हें रेवड़ी बाटते रहे !! लालो की जान जाती रही हम खुद को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3k Share डी. के. निवातिया 29 Apr 2017 · 1 min read कतराने लगे है लोग कतराने लगे है लोग अब तो किसी को पानी पिलाने से भी कतराने लगे है लोग ! क्या कहे सामूहिक भोज भी मुँह देख खिलाने लगे है लोग !! दिखावे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 537 Share डी. के. निवातिया 29 Apr 2017 · 1 min read इरादे मजबूत रखना इरादे मजबूत रखना *** नफरत करनी है अगर हमसे तो इरादे मजबूत रखना ! लड़ना पड़ेगा मुकदमा इश्क कि अदालत सबूत रखना !! हुई जो जरा भी चूक तुमसे, मोहब्बत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 703 Share डी. के. निवातिया 14 Mar 2017 · 1 min read रावण बदल के राम हो जायेंगे खुली अगर जुबान तो किस्से आम हो जायेंगे। इस शहरे-ऐ-अमन में, दंगे तमाम हो जायेंगे !! न छेड़ो दुखती रग को, अगर आह निकली ! नंगे यंहा सब इज्जत-ऐ-हमाम हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 587 Share डी. के. निवातिया 1 Mar 2017 · 1 min read मन की बाते आवश्यक सूचना (यह राजनितिक हालातो के परिपेक्ष्य पर लिखी गयी है इसका किसी व्यक्ति विशेष से कोई सम्बन्ध नहीं है ) (मन की बाते) कभी जनता को मन की बातों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 1k Share डी. के. निवातिया 2 Jan 2017 · 1 min read कुछ पल मुस्कुराये होते तुम अगर मेरी जिंदगी में आये होते तो हम भी कुछ पल मुस्कुराये होते !! न रहते जिंदगी में तुम भी यूँ तन्हा न अकेले में हमने आँसू बहाये होते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 569 Share डी. के. निवातिया 6 Dec 2016 · 1 min read राज क्या है……… राज क्या है……… कर दूँ बयान अगर हकीकत तो लाज़ क्या है ! तेरी खूबसूरती के आगे, भला ताज़ क्या है !! अंदर भी कब्ज़ा और पहरा बाहर भी तुम्हारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 581 Share डी. के. निवातिया 6 Dec 2016 · 1 min read क्यों… (मुअद्दस मुसल्सल ग़ज़ल) माना के बदलाव के लिये बदलाव का होना जरुरी है ! पर क्यों इसमें आमजन को ही फ़ना होना जरूरी है !! ! क्यों नही जलते शोलो में हाथ आग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 490 Share डी. के. निवातिया 8 Nov 2016 · 1 min read करीब तो आने दे एक बार मुझे तू अपने करीब तो आने दे ! हसरत आज इस दिल की ये मिट जाने दे !! किस तरह तड़पा है ये दिल, एक तेरे बैगर धड़कन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 385 Share डी. के. निवातिया 8 Oct 2016 · 1 min read नाम जवानी लिख देंगे .......डी. के. निवातियां नाम जवानी लिख देंगे ....... हम देश प्रेमी है, अपनी जान हथेली रख देंगे वतन की रखवाली पे नाम जवानी लिख देंगे ! इस दुनिया को हमने, लोहा कई बार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 475 Share डी. के. निवातिया 23 Sep 2016 · 1 min read नादान परिंदा………..डी. के. निवातियाँ मैं आया नादान परिंदा अनजान की तरह ! लौट जाऊँगा एक दिन मेहमान की तरह !! क्या सहरा,क्या गुलिस्ता, हूँ सब से वाकिफ कट जायेगा ये भी सफर जाते तूफ़ान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 589 Share डी. के. निवातिया 1 Sep 2016 · 1 min read पैगाम हवाओं से मिला पैगाम मै घबरा गया । मुझे तुमने दी आवाज लो मै आ गया ।। कब से लगाये था आस तेरे मिलन की जब आई वो घडी देख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 598 Share डी. के. निवातिया 30 Aug 2016 · 1 min read कुछ तो कमी सी है …. कुछ तो कमी सी है …. क्यू लगे रुखा सा कुछ तो कमी सी है ! जिंदगी में तेरे बिन, कोई कमी सी है !! नीरस मन शुष्क तन, सूरत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 388 Share डी. के. निवातिया 30 Aug 2016 · 1 min read मै सिस्टम लाचार मुझे लाचार रहने दो................. मै सिस्टम लाचार मुझे लाचार रहने दो दुनिया कहे बीमार मुझे बीमार रहने दो !! कठपुतली बनके रहा गया हूँ चन्द हाथो की हावी शाशन के चाबुक का शिकार रहने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 366 Share डी. के. निवातिया 27 Aug 2016 · 1 min read याद याद मिटाओगे कहाँ तक मेरी यादें, हम हर मोड़ पर लफ्जों की वीरानी छोड़ जायेगें l कैसे बीतेगी तुम्हारी सुबह-शाम,हम चाँद की नमी और सूरज की तपन छोड़ जायेंगे ll... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 593 Share डी. के. निवातिया 27 Aug 2016 · 1 min read मुझे लाचार रहने दो मै सिस्टम लाचार मुझे लाचार रहने दो दुनिया कहे बीमार मुझे बीमार रहने दो !! मै सिस्टम लाचार मुझे लाचार रहने दो दुनिया कहे बीमार मुझे बीमार रहने दो !!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 279 Share डी. के. निवातिया 6 Aug 2016 · 1 min read तुझे याद रखा है मैंने ............( ग़ज़ल ) हर ख़ुशी हर एक गम में, तुझे याद रखा है मैंने ! तेरी यादो का गुलशन, सदा आबाद रखा है मैंने !! जरुरी नहीं कि वफ़ा के बदले वफ़ा हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 383 Share डी. के. निवातिया 1 Jul 2016 · 1 min read जादुई फल मांगता हूँ ……………….(ग़ज़ल ) जादुई फल मांगता हूँ ……………….(ग़ज़ल ) ऊब गया हूँ बेजुबानो की भीड़ में रहकर तन्हा अब अकेले में जश्न के लिए दो पल मांगता हूँ !! पत्थर सा बन गया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 402 Share डी. के. निवातिया 29 Jun 2016 · 1 min read घराना ढूंढते है.................. घराना ढूंढते है कर सके गुफ्तगू हाल-ऐ-दिल ऐसा हमसफ़र याराना ढूंढते है !! सिर्फ बातो तक न हो जमीमा का ऐसी मुलाकातो का बहाना ढूंढते है !! जहॉं मे देखे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 685 Share Previous Page 2