Shivkumar Bilagrami Tag: शेर 27 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shivkumar Bilagrami 19 Jul 2024 · 2 min read शिवकुमार बिलगरामी के बेहतरीन शे'र न तो अक्स हूं न वजूद हूं मैं तो जश्न हूं किसी रूह का मुझे आईनों में न देख तू मुझे ख़ुशबुओं में तलाश कर *** दुआ लबों पे तो... Hindi · शेर 1 89 Share Shivkumar Bilagrami 11 Feb 2023 · 4 min read शिवकुमार बिलगरामी के बेहतरीन शे'र न तो अक्स हूं न वजूद हूं मैं तो जश्न हूं किसी रूह का मुझे आईनों में न देख तू मुझे ख़ुशबुओं में तलाश कर ********************************** कई बरसों से तेरा... Hindi · शेर 3 3 1k Share Shivkumar Bilagrami 6 Feb 2023 · 1 min read शुकराना मुझे ताउम्र तिल तिल कर जलाया आप ने शरर था मैं मुझे शोला बनाया आप ने ज़रूरत थी नहीं इसकी मगर ऐसा हुआ कभी इस दर कभी उस दर नचाया... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 3 2 1k Share Shivkumar Bilagrami 23 Aug 2022 · 1 min read ताज़गी आप का अपना अगर कोई नहीं है तो किसी के आप ही ख़ुद हो के देखो सुब्ह उठकर ताज़गी महसूस होगी रात में सोने से पहले रो के देखो -... Hindi · शेर 3 1 276 Share Shivkumar Bilagrami 27 Apr 2022 · 1 min read बाज़ार ख़ुद को बाज़ार बनाओगे तो बिक जाओगे ख़ुद को फ़नकार बनाओगे तो टिक जाओगे शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 274 Share Shivkumar Bilagrami 15 Apr 2022 · 1 min read इक रोज़ ... इक रोज़ तेरे इन मौजों की हम पर भी इनायत हो जाये हम रोज़ शिकस्ता कश्ती पर साहिल की तमन्ना करते हैं ...शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 195 Share Shivkumar Bilagrami 15 Mar 2022 · 1 min read दिलावर किसने वार सहे हैं सबके किसने सबको मुआफ़ किया जिस्म जिगर जां ज़ख़्मी पाकर कौन दिलावर मुस्काया -शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 287 Share Shivkumar Bilagrami 10 Mar 2022 · 1 min read अंधेरा घुप्प अंधेरे से उभरकर इक उजाले ने रहनुमा बनकर हमें भी रोशनी दी है ... शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 160 Share Shivkumar Bilagrami 9 Mar 2022 · 1 min read ख़बर ख़बर में साफ़गोई इन दिनों किसको पसन्द ख़बर में चाहिए थोड़ा मसाला इन दिनों ... शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 416 Share Shivkumar Bilagrami 4 Mar 2022 · 1 min read नज़र नज़र को फेर लेने से जो रिश्ते ख़त्म हो जाते नज़र को फेरने वाले बड़े खुशहाल होते फिर शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 1 211 Share Shivkumar Bilagrami 27 Feb 2022 · 1 min read अहिंसक क़ुदरतन हर कोई कमज़ोर पड़ जाता है दुनिया में यहां गौतम के कहने से अहिंसक कौन बनता है शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 168 Share Shivkumar Bilagrami 27 Feb 2022 · 1 min read ग़मगीन किसलिए दिल को यूं ग़मगीन किए बैठे हो किससे नाराज़ हो क्यों होंठ सिए बैठे हो शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 1 159 Share Shivkumar Bilagrami 24 Feb 2022 · 1 min read मज़ा / दर्द / बेदर्द कोई अच्छा सा दे फिर दर्द सीने में मज़ा कुछ भी नहीं बे-दर्द जीने में शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 286 Share Shivkumar Bilagrami 21 Feb 2022 · 1 min read पुरज़ोर तूफ़ानों के तर्क सही थे पुरज़ोर तबाही लाने के वर्ना जतन किए थे हमने अपना घर बार बचाने के शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 196 Share Shivkumar Bilagrami 20 Feb 2022 · 1 min read बदतमीज़ी अभी तक मेरी जां न छूटी तुम्हारी वो आदत पुरानी वही बदतमीज़ी वही बदमिज़ाजी वही बदगुमानी शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 172 Share Shivkumar Bilagrami 12 Feb 2022 · 1 min read शरारत इस मुहब्बत के तक़ाज़े भी हैं कैसे कैसे सीधे सादे भी दिखो और शरारत भी करो शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 391 Share Shivkumar Bilagrami 12 Feb 2022 · 1 min read तबाही तूफ़ानों के तर्क सही थे घनघोर तबाही लाने के वर्ना जतन किए थे मैंने अपना घर बार बचाने के शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 396 Share Shivkumar Bilagrami 12 Feb 2022 · 1 min read हौसला बिछड़ते वक़्त मुझको तुम ज़रा सा हौसला देना जब आंसू पोछना अपने तो थोड़ा मुस्कुरा देना शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 238 Share Shivkumar Bilagrami 11 Dec 2021 · 1 min read मसख़रा देर तक ताली बजी उनके लतीफ़ों पर मसख़रों से किस क़दर हम प्यार करते हैं शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 163 Share Shivkumar Bilagrami 10 Dec 2021 · 1 min read मसख़रा देर तक ताली बजी उनके लतीफ़ों पर मसख़रों से किस क़दर हम प्यार करते हैं शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 377 Share Shivkumar Bilagrami 31 Oct 2021 · 1 min read कज़ा उसने यूं अपने गुनाहों की सज़ा पाई है रात दिन की हैं दुआएं तो क़ज़ा आई है -शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 2 305 Share Shivkumar Bilagrami 30 Oct 2021 · 1 min read साया मेरा साया न बने बोझ कहीं धरती पर सिर्फ़ इस डर से अंधेरे में निकलता हूं मैं -शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 215 Share Shivkumar Bilagrami 16 Aug 2021 · 1 min read हक़ीक़त हक़ीक़त वो नहीं होती जो दिखती है हमें अक्सर मेरी उठ बैठ सब में है मगर मेरे नहीं हैं सब - शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 217 Share Shivkumar Bilagrami 9 Aug 2021 · 1 min read आशिक सब के सब हैं फ़र्ज़ी आशिक किस किसको मैं ब्लॉक करूं कब तक इनकी फ़िक्र में अपना बदन जलाकर खाक करूं ---शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 257 Share Shivkumar Bilagrami 8 Aug 2021 · 1 min read बारिश अब्र बरसे हैं हमारी दास्तां सुनकर , मगर हर किसी को ये लगा बारिश का मौसम आ गया शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 283 Share Shivkumar Bilagrami 1 Aug 2021 · 1 min read बारिश आज फिर सुब्ह से बारिश हुई है शाम तलक आज फिर ख़्वाब में सैलाब दिखाई देगा Hindi · शेर 2 428 Share Shivkumar Bilagrami 1 Aug 2021 · 1 min read गुनहगार जिनके साये में गुनहगार खड़े होते हैं वो कभी भी न बड़े थे न बड़े होते हैं - शिवकुमार बिलगरामी Hindi · शेर 1 464 Share