श्रीभगवान बव्वा Tag: ग़ज़ल/गीतिका 19 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid श्रीभगवान बव्वा 30 Nov 2020 · 1 min read एक ग़ज़ल सच खड़ा था हाथ बाँधे झूठ के दरबार में, आज देखा यह नज़ारा भी सरे-बाजार में । हौंसला हमको हमारे जोश ने हरदम दिया, दूरियाँ तय कर न पाये जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 425 Share श्रीभगवान बव्वा 29 Nov 2020 · 1 min read एक ग़ज़ल जरा सोच लो दिल लगाने से पहले, मिटा तो न दोगे बनाने से पहले । हमें याद उनकी गज़ब यूँ लगे है, हँसाती बहुत है रुलाने से पहले । कहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 298 Share श्रीभगवान बव्वा 28 Nov 2020 · 1 min read एक ग़ज़ल किसी दिन वो मेरी वफ़ा देख लेगा, छुपा हूँ , ख़ुदा में ख़ुदा देख लेगा । ज़रूरत नहीं है, हमें मैक़दे की, मेरा दिल तेरी इक अदा देख लेगा ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 296 Share श्रीभगवान बव्वा 28 Nov 2020 · 1 min read एक ग़ज़ल ज़रा हँसकर मुझे ऐ यार केवल शाद कर देना, लगूँ मैं टूटने तो तुम मुझे फौलाद कर देना । अभी हैं चल रही सांसें तुम्हें मैं देख लूं जी भर,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 403 Share श्रीभगवान बव्वा 28 Nov 2020 · 1 min read एक ग़ज़ल यार, रिश्तेदार सब हुशियार-बेगाने,नज़र आते हैं, अब दिलों के बीच में देखें तो थाने नज़र आते हैं । खूब उड़ता; नापता है आसमानों को वह दिन भर, शाम ढलते ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 436 Share श्रीभगवान बव्वा 24 Oct 2020 · 1 min read एक ग़ज़ल ग़ज़ल दूर से दिखता नहीं तो पास देखो, सह रहा हर आदमी वनवास देखो । झूठ को सम्मान मिलता है यहां पर, न्याय का होता यहां उपहास देखो । कौन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 317 Share श्रीभगवान बव्वा 24 Oct 2020 · 1 min read एक ग़ज़ल मेरी_एक_ग़ज़ल पुष्प सी थी ज़िन्दगी अब खार सी है, क्यूं दिलों के बीच में दीवार सी है । जा कहीं जाकर बसा ले आशियाना, गांव में भी आजकल तकरार सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 486 Share श्रीभगवान बव्वा 24 Oct 2020 · 1 min read एक ग़ज़ल मेरी एक ग़ज़ल गाँठ रख दिल में छुपाकर यार इसको खोल मत, दौर है यह चुप्पियों का मान भी ले बोल मत । फिर मसीहा चाहिए सूली चढ़ाने के लिए,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 319 Share श्रीभगवान बव्वा 24 Oct 2020 · 1 min read एक ग़ज़ल #डॉ_राहत_इंदौरी_साहब को समर्पित मेरी एक ग़ज़ल सांस राहत की जरा लेकर कहूंगा, मैं चमन में बन सदा खुशबू रहूंगा। बाद मेरे देश के लोगों न रोना, शायरी में मैं सदा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 539 Share श्रीभगवान बव्वा 24 Jun 2019 · 1 min read एक ग़ज़ल एक ग़ज़ल दूर सदा ही वो रहते हैं, उनको अपना रब कहते हैं। बस ग़म की बातों को छोड़ो, सुख में भी आंसू बहते हैं। बेशक तेरी बगिया खिलती, बारिश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 249 Share श्रीभगवान बव्वा 22 Jun 2019 · 1 min read एक ग़ज़ल याद कर के आपको हम रो रहे हैं , छल हमेशा ही हमीं से हो रहे हैं । फल कभी देंगे नहीं हमको यकीं है , बीज फिर भी आरज़ू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 246 Share श्रीभगवान बव्वा 22 Jun 2019 · 1 min read एक ग़ज़ल एक ग़ज़ल रोग सारे पालते ही जा रहें हैं , एक दूजे को यहां सब खा रहे हैं । जानता हूं आपकी औकात को मैं, नाग बन कर बीन पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 243 Share श्रीभगवान बव्वा 1 Dec 2018 · 1 min read हवाओं को सोता हूं महकती हुई हवाओं के साथ सदा होता हूं मैं, झोंका दुर्गंध का आता है तो बस रोता हूं मैं। बूढ़ा बाप हूं तुम्हारा ये कांधे कभी नहीं हारेंगे, यह मत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 263 Share श्रीभगवान बव्वा 27 Feb 2018 · 1 min read ग़ज़ल नफरतें बोने वालों का, बुरा हश्र देर-सवेर होता है, विस्फोट वहीं होता है, जहां बारूद का ढेर होता है। नोंच कर खा जाने वालों का, जमाना जा चुका,यारों, आज के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 290 Share श्रीभगवान बव्वा 16 Jul 2017 · 1 min read मेरी ग़ज़ल के दो शेर चेहरे पर मुखौटा , तेरे शहर के लोग लगाए रहते हैं । दिल में कुछ और होता है ,जुबां से कुछ और कहते हैं। नए आये हैं हम तो, तुम्हारे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 380 Share श्रीभगवान बव्वा 10 Jul 2017 · 1 min read मेरी ग़ज़ल के दो शेर तेरे शहर में रिश्तो का कोई सम्मान नहीं होता , मेरे गांव की तरह मेहमान, भगवान नहीं होता ।। अपने हाथों से लिखते हैं तकदीर- ऐ -इबारत, हम गरीबों की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 457 Share श्रीभगवान बव्वा 30 Dec 2016 · 1 min read हम हमारे जैसा ही होना चाहकर भी, जब हो नही पाते हैं । हमारे काम करने के अन्दाज़ से वो लोग जल जाते हैं ! हम तो हमेशा उन ही को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 545 Share श्रीभगवान बव्वा 22 Oct 2016 · 1 min read "प्यार सिखाते हैं" हम ज़िन्दगियों को बनाने का काम करते हैं, प्यार सिखाते हैं,नफरतों को तमाम करते हैं ! शहर में , सहमा हुआ है हर एक आदमी, चलो,गले मिल आयें सबके घर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 382 Share श्रीभगवान बव्वा 3 Oct 2016 · 1 min read "आग मेरी अर्थी में लगाने से पहले" सोचो जरा दिल लगाने से पहले! मिटा तो ना दोगे बनाने से पहले!! कहीं कल तुमको ना याद रहूं मैं, देखो मुझे घूँघट गिराने से पहले ! घुमा लाओ यारों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 348 Share