बासुदेव अग्रवाल 'नमन' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 8 Jan 2021 · 1 min read हास्य ग़ज़ल (मूली में है झन्नाट जो) हास्य ग़ज़ल (मूली में है झन्नाट जो) बह्र:- 221 1221 1221 122 मूली में है झन्नाट जो, आलू में नहीं है, इमली सी खटाई भी तो निंबू में नहीं है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 8 376 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 26 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल (26 जनवरी) ग़ज़ल (जनवरी के मास की) 2122 2122 2122 212 जनवरी के मास की छब्बीस तारिख आज है, आज दिन भारत बना गणतन्त्र सबको नाज़ है। ईशवीं उन्नीस सौ पंचास की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 1k Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 23 Oct 2017 · 1 min read लम्बे रदीफ़ की ग़ज़ल (कज़ा मेरी अगर जो हो) (सबसे लम्बे रदीफ़ की ग़ज़ल) काफ़िया=आ रदीफ़= *मेरी अगर जो हो, तो हो इस देश की खातिर* 1222×4 खता मेरी अगर जो हो, तो हो इस देश की खातिर, सजा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 324 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 13 Dec 2020 · 1 min read गीतिका (अभी तो सूरज उगा है) गीतिका (अभी तो सूरज उगा है) प्रधान मंत्री मोदी जी की कविता की पंक्ति से प्रेरणा पा लिखी गीतिका। (मापनी:- 12222 122) अभी तो सूरज उगा है, सवेरा यह कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 254 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 18 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल (तुम्हारे लिए घर सदा ये) ग़ज़ल (तुम्हारे लिए घर सदा ये) 122 122 122 122 तेरे वास्ते घर सदा ये खुला है, ये दिल मैंने केवल तुझे ही दिया है। तगाफ़ुल नहीं और बर्दाश्त होता,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 328 Share