Awneesh kumar 88 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Awneesh kumar 8 Mar 2017 · 1 min read सब का अपना ताना बाना है सब का अपना ताना बाना है, सब का अपना ठउर ठिकाना है, सब के अपने साथी अपना मजमा है, सब का अपना ख़ाब अपना सपना है। (अवनीश कुमार) अच्छे बुरे... Hindi · कविता 672 Share Awneesh kumar 31 Mar 2017 · 1 min read अपनों के दरमियां सियासत फ़िजूल है, ......... अपनों के दरमियां सियासत फ़िजूल है, मक़सद न हो कोई, तो बग़ावत फ़िजूल है. रोज़ा, नमाज़, हज, या हो सदक़ा -ए -ख़ैरात; अपने ना खुश हों, तो सारी इबादत फ़िजूल... Hindi · कविता 582 Share Awneesh kumar 10 Mar 2017 · 1 min read परेशान तन है ........ परेशान तन है बेचैन मन है उलझन में जान है बहुत परेशान है पत्तो सा टूट रहा हु किसी बंधन सा छूट रहा हु तिल-तिल मर रहा हु घुट-घुट कर... Hindi · कविता 611 Share Awneesh kumar 16 Apr 2017 · 1 min read छोटी छोटी बातों पे हर घड़ी रूठा नही करते .... छोटी छोटी बातों पे हर घडी रूठा नहीं करते सनम माना है तुम्हे प्यार हम झूठा नहीं करते मासूम लफ़्ज़ों में कहा भूल जाओ हमको, सनम इतनी आसानी से हम... Hindi · कविता 521 Share Awneesh kumar 26 May 2018 · 1 min read हो गया सवेरा कई काम निकल आयेंगे तुम्हे नज़र खोजेंगी फिर शाम निकल जाएगी.... हो गया सवेरा कई काम निकल आयेंगे तुम्हे नज़र खोजेंगी फिर शाम निकल जाएगी कहां फुरसत की बनो सिर्फ मकसद तुम्हे सोचने में ऐसे ही फिर रात निकल जाएगी अब... Hindi · कविता 573 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read सखियों के संग ..... सखियों के संग तेरा मुस्काना गजब हो गया है नजरो को झुका कर तेरा उठाना गजब हो गया है मेरे दिल को कर के घायल , रेशमी दुपट्टा उड़ा कर... Hindi · कविता 505 Share Awneesh kumar 23 Dec 2017 · 1 min read क्या वादा कर के तुम जुदा हुई .... क्या वादा करके तुम जुदा हुई जाते-जाते क्या कह के तुम बिदा हुई भरोसा दिला कर वफ़ा का , दिखी नही क्या तुम ख़ुदा हुई। मेरी मोहब्बत को बुरा कौन... Hindi · कविता 498 Share Awneesh kumar 6 Dec 2017 · 1 min read मोहब्बत में जीत के भी हार गया हूं ....... मोहब्बत में जीत के भी हार गया हूं जिसके लिए दरिया के पार गया हूं कैसे मान लू भूल गए होंगे हमे जो माने थे मैं ही उनके दिल के... Hindi · कविता 547 Share Awneesh kumar 7 Jun 2018 · 1 min read तुमसे मिल के हर दर्द की दवा हो गई.... तुमसे मिल के हर दर्द की दवा हो गई, जैसे गरमी में भी सर्द हवा हो गई, बात क्या की तुमसे भूल गया लेकिन बात क्या की रूह भी जवा... Hindi · कविता 504 Share Awneesh kumar 11 Jul 2017 · 1 min read मैं हो रहा हु तेरी बेरुखी से बाक़ीब ...... मैं हो रहा हूँ तेरी बेरुखी से वकिब् दिखावटी मोहब्ब्त् अपने पास ही रखो कर दो जुदा खुद से हमे कुछ सालो बाद तो सुकून से शो जायेंगे मुझे हारना... Hindi · कविता 1 2 455 Share Awneesh kumar 13 Apr 2017 · 1 min read दो लफ्जो में दसको की बात कर आये .... दो लफ्जो में ही,दसको की बात कर आये जैसे चाँद सितारों को भी साथ कर आये सारी स्मृतिया आँखों के आगे घूम गई फिर से पारस को धातु के साथ... Hindi · कविता 481 Share Awneesh kumar 23 Jul 2017 · 1 min read नही करेंगे उससे बात ..... नही करेंगे उससे बात, कह के खुद को बहलाना पड़ता है, साम होते-होते उसी को समझाना पड़ता है, बहुत कमजोर कर देती है मोहब्बत, गलती ना हो फिर भी झुक-जाना... Hindi · कविता 508 Share Awneesh kumar 4 Dec 2019 · 1 min read होगा सवेरा अभी रात तो होने दो होगा सवेरा अभी रात तो होने दो अभी रुको पूरी बात तो होने दो कब तक झुकी रहेगी पलक तेरे हाथो में मेरा हाथ तो होने दो।(अवनीश कुमार) Hindi · कविता 1 467 Share Awneesh kumar 20 Mar 2017 · 1 min read कल जो बीती रात एक नया ख्वाब पल गया .... कल जो बीती रात एक नया ख्वाब पल गया, मन का एक हिस्सा किसी के नाम हो गया। इजहार होठो से न हुआ लेकिन, आँखों से आँखे मिली और अपना... Hindi · कविता 482 Share Awneesh kumar 13 May 2017 · 1 min read जिन पर मैंने गीत लिखा था उनकी हुई सगाई है ...... जिन पर मैने गीत लिखा था उनकी हुई सगाई है जो एक गीत था मन मे उन तक ना पहुँचाई है दब के रह गई पर्वत सी एक कहानी, हो... Hindi · कविता 463 Share Awneesh kumar 22 Mar 2017 · 1 min read गलती पे गलती किये जा रहे है...... गलती पे गलती किये जा रहे है जज्बातो के उड़ान में उड़े जा रहे है तुम्हे मनाने में नाकाम है फिर भी तुम्हारे साथ के तलबगार हुये जा रहे है।(अवनीश... Hindi · कविता 1 469 Share Awneesh kumar 23 Apr 2018 · 1 min read बस इतना बताओ क्या कर जाये जिए या खुद ही मार जाये... बस इतना बताओ क्या कर जाये जिए या खुद ही मार जाये ______ ऐसी बेबसी कभी देखी न जाये लफ्ज होठ पर रहे और बोले न जाये ______ हर लड़की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 438 Share Awneesh kumar 4 Dec 2019 · 1 min read आज फिर बैठा हूँ..... आज फिर बैठा हूं कलम से उनके जुल्फ सवारने के लिए चल दिया उनके काजल को ग़ज़ल में उतारने के लिए बहुत आसान लगता होगा? कितने जतन होते है उनके... Hindi · लेख 452 Share Awneesh kumar 25 Mar 2018 · 1 min read कुछ झूठ को, सच बनाके, दिखाना पड़ता है.... कुछ झूठ को, सच बनाके, दिखाना पड़ता है खुद पे इल्जाम न आए, होठ पे जहर रख के दिखाना पड़ता है उनकी भलाई के लिए, जो ना आए खेल, ओ... Hindi · कविता 389 Share Awneesh kumar 31 Mar 2017 · 1 min read तेरे इंतजार में बैठे है ,तेरी गलियों में.............. तेरे इंतजार में बैठे है ,तेरी गलियों में तेरी खुसबू आ रही है ,फुलो की कलियों में तुम अब आओ तो बेहतर होगा कुछ हो सा गया है, तेरे आने... Hindi · कविता 417 Share Awneesh kumar 20 Mar 2017 · 1 min read जब दिल लगाना ही नहीं था तुमको बाते ही ना करते जब दिल लगाना ही नहीं था तुमको, बाते ही ना करते। बातो से रिझाना ही नहीं था तुमको, तुम सन्देश ही ना करते। यादे समेट निकलते तुम्हारी यादो के, इउ... Hindi · कविता 1 468 Share Awneesh kumar 18 Jul 2018 · 1 min read तेरे घर खुशियों की बहार है तो क्या मेरे भी गम हजार है तेरे घर खुशियों की बहार है तो क्या मेरे भी गम हजार है तुम एक बार भी याद ना करो क्या इसी लिए ईद का त्योहार है ? (अवनीश कुमार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 454 Share Awneesh kumar 31 Mar 2017 · 1 min read जो बात दिल में है बताऊ कैसे........... जो बात दिल में है बताऊ कैसे अब इस राज को दिल में दबाऊ कैसे जो घर के पास आ के ठहरे हो तुम राजेवफ़ तुम्हारी पता लगाऊ कैसे।\ (अवनीश... Hindi · कविता 366 Share Awneesh kumar 23 Apr 2018 · 1 min read अब मुझसे छूट जाएगा क्या सच में रिश्ता टूट जाएगा... अब मुझसे छूट जाएगा क्या सच में रिश्ता टूट जाएगा आंखो में आंसू होगा दर्द भी धासू होगा उसके साथ कल न होगा पहले जैसा पल न होगा सब कराई... Hindi · कविता 389 Share Awneesh kumar 6 Dec 2017 · 1 min read उनकी मेहँदी की खुश्बू अलग है...... उनकी मेहँदी की खुश्बू अलग है ओ मेरे ही घर के बगल है उनकी सहनाई चूब रही है उनके लिए अब हम अलग है।। अब तुम्हरा अंदाज अलग होगा तुम्हारा... Hindi · कविता 371 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read दिए के उजाले तो तमाम से हो गए... दिए के उजाले तो तमाम से हो गए दिल के अँधेरे तो आम से हो गए तरक्की हुई ज़माने की और हर सख्स वक्त के गुलाम से हो गए। (अवनीश... Hindi · कविता 1 380 Share Awneesh kumar 26 May 2018 · 1 min read फिर जज्बात से हक़ीक़त को हार गया हूं..... फिर जज्बात से हक़ीक़त को हार गया हूं ना चाह कर उसकी हर बात मान गया हूं कैसा रोग दिया है उसने, आंखो में उसकी भूल सारा संसार गया हूं। Hindi · मुक्तक 392 Share Awneesh kumar 13 Apr 2017 · 1 min read दोस्तो के साथ घूमना भी जरूरी काम ..... दोस्तों के साथ घूमना भी जरुरी काम लगता है पानी भी पियो उनके साथ तो जाम लगता है। ऐसे ना कहो की अवारे बने फिरते है दोस्तों के बिना तो,... Hindi · कविता 380 Share Awneesh kumar 29 Mar 2017 · 1 min read पत्थरो से कैसे सिकवा पत्थरो से कैसे सिकवा , चोट तो आनी ही थी उसने नहीं कहा दिल लगाओ छोड़ तो जानी ही थी किसी से वफ़ा की उम्मीद मत रखना, दिल की जगह... Hindi · कविता 358 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read कोई किसी का हकदार नहीं रहता..... कोई किसी का हकदार नहीं रहता समन्दर पार करने को पतवार नहीं रखता (48)तुम्हारी याद है की जाती नहीं तुम्हारी गलिया अब बुलाती नहीं कैसे ना आये मजबुर हु मैं... Hindi · कविता 379 Share Awneesh kumar 10 May 2017 · 1 min read शायरी को जब लफ्ज़ नही मिलता .... शायरी को मुताबिक जब लफ्ज नहीं मिलता है तुम्हारा नाम आ जाये तो अस्क नहीं थमता है इस बीमार की दवा कौन करेगा तुम्हारे सिवा हमें तो कोई शख्स नहीं... Hindi · कविता 343 Share Awneesh kumar 21 Mar 2017 · 1 min read बात कहा पहुची, बताओ तो जरा..... बात कहा पहुची, बताओ तो ज़रा। कुछ अपनी सखी से कही, पुछो तो जरा। हम इशारा भी किये , तो सक होगा। मेरे दोस्त, तुम ही पता लगाओ तो जरा।।... Hindi · कविता 354 Share Awneesh kumar 26 Apr 2017 · 1 min read चाहता हु कुछ करना पर कर नहीं पता....... चाहता हु कुछ करना पर कर नहीं पता दूर तुम होती हो रास्ता नजर नहीं आता मंजिल भी अब रास नहीं अति ना ही कुछ कर पाता हु जिन नजरो... Hindi · कविता 346 Share Awneesh kumar 31 Mar 2017 · 1 min read किससे अब क्या-क्या बतला दू ............ किससे अब क्या - क्या बतला दू की दिल की बात तुम - तक पंहुचा दू सारे संचार के हक़ छीन लिए तुमने कैसे अपने जज्बात तुम - तक पंहुचा... Hindi · कविता 311 Share Awneesh kumar 24 Mar 2017 · 1 min read मोहब्बत पे इतनी निगरानी ठीक नहीं ..... मोहब्बत पे इतनी निगरानी ठीक नहीं ये तुम्हारी इतनी मेहरबानी ठीक नहीं रस्ते पे चलने पर भी रोक ना लगाओ साहेब सियासत की इतनी मनमानी ठीक नहीं। (अवनीश कुमार) (नया... Hindi · कविता 299 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read ठंडे -ठंडे मौसम में तेरी याद आ रही है ..... ठंडे-ठंडे मौसम में तेरी याद आ रही है जैसे कोहरे के बाद हल्की धुप आ रही है तन्ह रात काट ली है तुम्हारी याद के साथ अब तो आ जाओ... Hindi · कविता 296 Share Awneesh kumar 26 Apr 2017 · 1 min read अक्सर लोग छोटी सी बात पे रूठ जाते है...... अक्सर लोग छोटी सी बात पे रूठ जाते है खुद पत्ता जैसे शाख से टूट जाते है पढने-लिखने से ज़माने की समझ मिलती है लेकिन पढ़ते-लिखते ही सनम दिल लूट... Hindi · कविता 279 Share Awneesh kumar 31 Mar 2017 · 1 min read जमाना खूब सूरत है समझने भर की देरी है....... जमाना खूब सूरत है समझने भर की देरी है इस भाग दौड़ की दुनिया में चलने भर की देरी है जो कुछ भी करेगा क्या भूखा मरेगा यह बुरा वक्त... Hindi · कविता 287 Share Awneesh kumar 22 Mar 2017 · 1 min read बस एक दो मुलाकात हुई थी ..... बस एक दो मुलाकात हुई थी उसमे भी कुछ खास बात नहीं हुई थी कह गए अलविदा इस शाहर को क्या चाहने वालो की फ़िक्र नहीं हुई थी। (अवनीश कुमार) Hindi · कविता 1 276 Share Awneesh kumar 29 Mar 2017 · 1 min read जो ना हो पाए जाहिर,तुम्हे दिखाऊ कैसे... जो ना हो पाए जाहिर,तुम्हे दिखाऊ कैसे, वर्षो से जो बात दिल में दबी,तुम्हे बताऊ कैसे, हर पल तुम्हारा ही नाम लिया मैं अब जज्बात काबू में नहीं,तुम्हे समझाऊ कैसे।... Hindi · कविता 269 Share Awneesh kumar 25 Mar 2018 · 1 min read परिंदा हूं आसमान में उड़ना चाहता हूं.... परिंदा हूं आसमान में उड़ना चाहता हूं कस्ती हूं समुंदर में उतरना चाहता हूं हिम्मत,हुनर, हवसला,क़िस्मत कितना है सब परखना चाहता हूं। हर एहसास उलझ गए है दिल के हाल... Hindi · मुक्तक 1 270 Share Awneesh kumar 27 Mar 2017 · 1 min read हवाओ में तो बस तेरी खुशबू है... हवाओ में बस तेरी खुशबू है चमक तो जैसे तेरी जुगनू है पाना जरुरी नहीं तुमको क्यू की आज भी याद मुझे तेरी गुफ्तगू है। (अवनीश कुमार) हर लड़की में... Hindi · कविता 268 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read मेरा आशिकों सा हाल बना दिया..... 51) मेरा आशिकों सा हाल बना दिया अपनी गलियों का पहरेदार बना दिया मेरी भी सराफत कुछ कम ना थी तुम तो अपनी गलियों का आवारा बना दिया। (अवनीश कुमार)... Hindi · कविता 1 259 Share Awneesh kumar 26 Apr 2017 · 1 min read मैं लिखता हु हर फ़साना मोहब्बत के नाम का ....... मैं लिखता हु,हर फ़साना मोहब्बत के नाम का मैं लिखता हु, हर बात मोहब्बत केे बात का ये दिल पे चोट खाये ही समझेंगे क्यू की मैं लिखता हु,खुराफात मोहब्बत... Hindi · कविता 267 Share Awneesh kumar 11 Jul 2017 · 1 min read जन्मदिन है आज तुम्हरा मैं मिलने को तड़पता हु..... तुम्हारी हर बात को दिल मे उतारा कर समझता हूं साथ नही हु लेकिन हर पल तुम्हरे ख्याल में रहता हु प्यार कितना है तुमसे समझा नही पाता जन्मदिन है... Hindi · कविता 270 Share Awneesh kumar 12 Mar 2018 · 1 min read मुझपे एक अहसान कर देना मुझपे एक एहसान कर देना, मुझे छोड़ने से पहले, यह की मेरे प्यार का एहतराम कर लेना मुझसे रिस्ता बेशक तोड़ देना लेकिन ,उससे पहले मेरी कुछ बातों का ख्याल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 247 Share Awneesh kumar 21 Mar 2017 · 1 min read तेरी चुप्पियां अब ,काटो की तरह चुभने लगी है .... तेरी चुप्पिया अब, काटो की तरह चुभने लगी है। कुछ दिन से तो , मेरे साथ रात भी जगने लगी है। ये जान गए की, मिल नहीं पायंगे तुमसे। लेकिन... Hindi · कविता 248 Share Awneesh kumar 11 Sep 2017 · 1 min read छुट रही थी जीने मरने की ख्वाइश ..... (53) छुट रही थी जीने मरने की ख्वाइश ओ दिखी फीर से जागी उसे पाने की ख्वाइश मुझ पर अहसान करने की बात मत करना अब बहुत हुई इस भोले... Hindi · कविता 235 Share Awneesh kumar 31 Mar 2017 · 1 min read क्या सोच कर तुम,नए मोड़ पर आ गयी... क्या सोच कर तुम,नए मोड़ पर आ गयी। कहा से चले और कहा आ गयी, नाव कब का ओ किनारा छोड़ बढ़ने लगी थी, फिर से कैसे तुम्हे ,हमारी याद... Hindi · कविता 250 Share Awneesh kumar 12 Mar 2017 · 1 min read नया नया है साथ हमारा , नयी नयी ये होली है..... नया नया है साथ हमारा , नयी नयी ये होली है। कितना प्यारा रिस्ता अपना , कितनी मीठी बोली है। खुद से अलग हुये है खुद ही , कितनी अजब... Hindi · कविता 250 Share Page 1 Next