अनीला बत्रा पाहवा 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अनीला बत्रा पाहवा 30 Jun 2021 · 1 min read किसान किसान... वो लगता मुझे पिता जैसा श्रम करता, पसीना बहाता सुबह उठकर डट जाता हर हाल में मुस्काता। जब फसलों के रूप में अपनी मेहनत को देखता तो भूल जाता... Hindi · कविता 3 4 279 Share अनीला बत्रा पाहवा 10 Feb 2017 · 1 min read ख्वाहिशें समेट लूं कुछ पल, जी लूं कुछ लम्हे कि जिंदगी तुझसे मोहब्बत हो गई है।अल्फाजों में बयां कैसे करूं,क्या चाहता है मन कि बेवजह मुस्कुराने की आदत हो गई है।ख़्वाबों... Hindi · कविता 1 461 Share अनीला बत्रा पाहवा 28 Jan 2017 · 1 min read मन कभी कभी तन्हाई भी खूबसूरत लगती है और कभी किसी के साथ को मन बेकरार होता है,कभी कभी मन ओढ़ लेता है नक़ाब बेसाख्ता और कभी किसी पर खुद को... Hindi · कविता 1 753 Share अनीला बत्रा पाहवा 28 Jan 2017 · 1 min read हसरतें कुछ हसरतें जिंदगी की राह में यूं शामिल हो गई, उन की ताबीर मेरे इरादों की हकीकत हो गई, क्या हुआ ग़र ख्वाहिशों को पंख लग गए, मेरी जिंदगी को... Hindi · कविता 1 291 Share अनीला बत्रा पाहवा 25 Jan 2017 · 1 min read ज़िन्दगी की उलझनें ज़िन्दगी की उलझने कभी कभी इतना सताती हैं मुझे अपने बचपन के हसीन लम्हें याद दिलाती हैं। माँ का आँचल ,पिता का वो प्यार भरा स्पर्श हर दुःख में मुझे... Hindi · कविता 1 420 Share अनीला बत्रा पाहवा 24 Jan 2017 · 1 min read एक प्रश्न आज बस में बैठे-बैठे बाहर बस स्टैंड पर खड़े उसे देखा क्षीण काया, चांदी से बाल एक छोटा बैग हाथ में लिए पैरों के बाहर खड़े होने में असमर्थ जमीन... Hindi · कविता 1 488 Share अनीला बत्रा पाहवा 22 Jan 2017 · 1 min read फ़ासले लहरों की तरह आगे हम बढ़ते रहे, दायरे हमारे और भी सिमटते रहे, कभी तुम आगे निकल गए कभी हम, फासले यूं ही हमारे बढ़ते रहे आज जब शिद्दत से... Hindi · कविता 1 616 Share अनीला बत्रा पाहवा 22 Jan 2017 · 1 min read हिन्दी मंदिर की घंटियों सी मीठी ध्वनि है हर इंसान के ह्रदय में धीरे से उतरी है । ईश्वर से मिलने की सीढ़ी है यह प्रेम व विश्वास की धारा है... Hindi · कविता 1 442 Share अनीला बत्रा पाहवा 21 Jan 2017 · 1 min read दूसरी बिटिया पलकें जब अपनी खोली थी मैंने, एक नया संसार सामने था। एक नया एहसास था रोशनी का, ईश्वर की अनुपम सृष्टि का। मैंने यहां देखा,कभी वहां देखा, कोई मेरे आगमन... Hindi · कविता 1 604 Share