डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Tag: दोहा गीतिका 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 10 Jun 2025 · 1 min read प्रकृति वसुधा का शृंगार प्रकृति हमारी मातु है,वसुधा का शृंगार। इसकी रक्षा हम करें,यह जीवन आधार। हरी भरी वसुधा सदा,शोभित रखती साज। रोगों को कर दूर यह,करे जगत उपकार।। प्राण वायु दाता यही,रखे जगत... Hindi · ओम की रचनाएँ · दोहा गीतिका 1 565 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 3 Jun 2025 · 1 min read प्रकृति हमारी मातु सम प्रकृति हमारी मातु सम, रखें नित्य हम ध्यान। भूले से भी भूलकर, तोड़ें नहीं विधान।। जीवन रक्षक है प्रकृति,सकल जीव की मातु। नभ जल थल के जीव सब,रखते इसका ज्ञान।।... Hindi · ओम की रचनाएँ · दोहा गीतिका 1 489 Share