डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Tag: Quote Writer 113 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 2 Jun 2025 · 1 min read दो जून की रोटी कमाल करती है। दो जून की रोटी कमाल करती है। श्रम की सत मंशा हृदय में भरती है। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 462 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 2 Jun 2025 · 1 min read माया अतिशय जब बढ़े,लाए अहम विकार। माया अतिशय जब बढ़े,लाए अहम विकार। मानव करता कर्म सब,देख अर्थ का सार।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 89 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 2 Jun 2025 · 1 min read सूर्य रश्मियों से सजा,नवल दिवस का साज। सूर्य रश्मियों से सजा,नवल दिवस का साज। करके ईश्वर को नमन, शुरू करें हम काज।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 100 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 1 Jun 2025 · 1 min read शिक्षक रखता भावना,पढ़े बढ़े हर शिष्य। शिक्षक रखता भावना,पढ़े बढ़े हर शिष्य। ज्ञान पुष्प पाकर उचित,शोभित करे भविष्य।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 386 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 1 Jun 2025 · 1 min read शिक्षक केवल पद नहीं,शिक्षक एक विचार। शिक्षक केवल पद नहीं,शिक्षक एक विचार। मिलता इसकी छाँव में, उत्तम जीवन सार।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 445 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 1 Jun 2025 · 1 min read उत्सव कोई भी रहे,वृक्ष लगाओ आप। उत्सव कोई भी रहे,वृक्ष लगाओ आप। प्राण वायु जिससे मिले, बढ़े नहीं अति ताप।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 80 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 31 May 2025 · 1 min read ब्रह्म काल की वायु से,शोभित हो हर साज। ब्रह्म काल की वायु से,शोभित हो हर साज। तन मन हर्षित रहे,नियमित हो हर काज।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 150 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 30 May 2025 · 1 min read आज की शिक्षा अपना मूल लक्ष्य छोड़कर केवल जीविका केंद्रित हो आज की शिक्षा अपना मूल लक्ष्य छोड़कर केवल जीविका केंद्रित हो गई है। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 63 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 29 May 2025 · 1 min read आई ऋतु अब आम की,चखिए इसका स्वाद। आई ऋतु अब आम की,चखिए इसका स्वाद। काया इससे स्वस्थ हो,जीवन हो आबाद।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 71 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 29 May 2025 · 1 min read देखो जब भी नौ तपा,मौसम हो अति गर्म। देखो जब भी नौ तपा,मौसम हो अति गर्म। घर में ही रक्षित रहो,समझ समय का मर्म।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 68 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 29 May 2025 · 1 min read जैसे जैसे घटते जाते गाँव। जैसे जैसे घटते जाते गाँव। वैसे वैसे घटती ममता छाँव । शहरी बनने का यह कुत्सित भाव। हरता नित मानव की उत्तम ठाँव।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Hindi · Quote Writer · ओम के मुक्तक 2 164 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 28 May 2025 · 1 min read शक्तिमान अतिशय भारत की सेना। शक्तिमान अतिशय भारत की सेना। आता इसको जवाब समुचित देना। आतंकिस्तान के यह होश उड़ाए। हर आतंकी मुख से फेंके फेना।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 99 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 28 May 2025 · 1 min read सत्य सनातन धर्म के,शोभित सब संस्कार। सत्य सनातन धर्म के,शोभित सब संस्कार। जानें समझें हम इसे,करें उचित व्यवहार।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 74 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 28 May 2025 · 1 min read चुस्की लेकर चाय की, पढ़ें नित्य अखबार। चुस्की लेकर चाय की, पढ़ें नित्य अखबार। हिन्द देश वासी करें,प्रतिदिन ये व्यवहार।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 101 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 28 May 2025 · 1 min read क्रोध अग्नि में जल मनुज,करता कुटिल प्रहार। क्रोध अग्नि में जल मनुज,करता कुटिल प्रहार। मधुर वचन को भूलता,भूले मधु व्यवहार।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 570 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 27 May 2025 · 1 min read अधिक अर्थ की चाह में,भटके मानव पंथ। अधिक अर्थ की चाह में,भटके मानव पंथ। सही गलत को भूलता,कहते सच यह ग्रंथ।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 137 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 27 May 2025 · 1 min read क्षमा दया अरु प्रेम का,रखता जो शृंगार। क्षमा दया अरु प्रेम का,रखता जो शृंगार। कर्म उचित करता सदा, पाता यश संसार।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 69 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 27 May 2025 · 1 min read राम नाम के जाप से,मिलती शांति अपार। राम नाम के जाप से,मिलती शांति अपार। राम कृपा मिलती उचित,सुखी रहे परिवार।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 70 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 27 May 2025 · 1 min read आत्मिक शांति से वास्तविक आनन्द की अनुभूति होती है,धन वैभव से आत्मिक शांति से वास्तविक आनन्द की अनुभूति होती है,धन वैभव से नहीं।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 429 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 26 May 2025 · 1 min read भ्रात अंश को मारना,बहुत बड़ा है पाप। भ्रात अंश को मारना,बहुत बड़ा है पाप। अल्प समय रहती खुशी, फिर बढ़ता संताप।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 1 516 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 26 May 2025 · 1 min read उन्नत जीवन के लिए,बहुत जरूरी ज्ञान। उन्नत जीवन के लिए,बहुत जरूरी ज्ञान। सकल पंथ इससे खुलें, चुनते उचित विधान।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 77 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 26 May 2025 · 1 min read अधिक हठी बनकर मनुज, तजता उचित विचार। अधिक हठी बनकर मनुज, तजता उचित विचार। प्रेम भाव को भूलकर,करता कटु व्यवहार।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 62 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 26 May 2025 · 1 min read पीपल बरगद नीम में,प्राण वायु भण्डार। पीपल बरगद नीम में,प्राण वायु भण्डार। इनका रोपण हो अधिक, यही सृष्टि आधार।। वृक्षारोपण के लिए,कहती हर सरकार। समझें इसका सार हम, लाएँ निज व्यवहार।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 73 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 26 May 2025 · 1 min read राम नाम के जाप से,शोभित रहे विधान। राम नाम के जाप से,शोभित रहे विधान। उचित पंथ पर भक्त चल,पाए धन यश मान।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 71 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 25 May 2025 · 1 min read सबके रक्षक हैं यही, पवन पुत्र हनुमान। सबके रक्षक हैं यही, पवन पुत्र हनुमान। इनका दर्शन जो करे,करते तत् कल्यान।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 2 60 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 25 May 2025 · 1 min read मातु शारदे ने दिया,काव्य सृजन उपहार। मातु शारदे ने दिया,काव्य सृजन उपहार। ओम नमन माँ को करे,अर्पित कर आभार।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 645 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 25 May 2025 · 1 min read मुक्तक मुक्तक प्रकृति बचाने की शपथ उठाएं। खुद समझें सबको ही समझाएं। जन्मदिवस हो या उत्सव कोई। कम से कम हम इक पेड़ लगाएं।।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 523 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 25 May 2025 · 1 min read दशरथ नंदन राम ने,उचित दिखाया पंथ। दशरथ नंदन राम ने,उचित दिखाया पंथ। धर्म नीति रक्षित रखो,कहते जो सत ग्रंथ।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 62 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 25 May 2025 · 1 min read वृक्ष हमारे मित्र हैं, रखें सदा हम ध्यान। वृक्ष हमारे मित्र हैं, रखें सदा हम ध्यान। प्राण वायु देते यही, शोभित रखें विधान।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 79 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 25 May 2025 · 1 min read श्याम नाम सुंदर बहुत,हरे सकल संताप। श्याम नाम सुंदर बहुत,हरे सकल संताप। ज्ञानी कहते भक्त सब, करें श्याम का जाप।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 74 Share Previous Page 2 Next