Sarla Sarla Singh "Snigdha " Tag: Quote Writer 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sarla Sarla Singh "Snigdha " 13 Sep 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया माता है वह जगत की, नहीं वस्तु उपभोग। नारी से संसार है, मानें यह सब लोग। मानें यह सब लोग, मगर कुछ जन हैं दानव। मानवता से दूर, नहीं... Quote Writer 107 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 13 Sep 2024 · 1 min read छोड़ जाऊंगी छोड़ जाऊंगी हम रहेंगे नहीं ये मालूम है हमें, मगर मैं कुछ तो छोड़ जाऊंगी करेंगे याद कोई हमको कभी। बस वही निशान छोड़ जाऊंगी। बड़े-बड़े से महल दिखे हैं... Quote Writer 1 2 206 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 13 Sep 2024 · 1 min read सबसे सुगम हिन्दी सबसे सुगम हिन्दी कहें सबसे सुगम हिन्दी सभी को देख भाती है। सदा तुलसी महादेवी सरिस का मान पाती है ।। युगों से देख हिन्दी ही रही साहित्य की भाषा।... Quote Writer 162 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 9 Sep 2024 · 1 min read मानव तन मानव तन मानव तन पाकर साथी हार कभी मत जाना पथ में। कितने पुन्य सफल होते हैं तब जाकर मानव तन मिलता। सुन्दर-सुन्दर आशाएं सुरभित सपनों का गुलशन है खिलता।... Quote Writer 117 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 18 Aug 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया भाई सरहद पर डटे, बहना हुई उदास। अबकी राखी में नहीं, आने की है आस। आने की है आस, माह अगले में कहते। कितनी मन में पीर, बहन भाई... Quote Writer 1 187 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 17 Aug 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया मिलता है सारा किया, जानें सब ये बात। चंचल मन माने नहीं, करे अतुल उत्पात। करे अतुल उत्पात, बना रावण के जैसा। पीछे होते कंस, रूप उसका यह कैसा।... Quote Writer 1 183 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 13 Aug 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया कहते सारे हैं यही, सब मतलब के यार कौन सगा किसका यहां, करते देखा वार। करते देखा वार, यहां अपने ही जन पर। दिल जाता है टूट, घाव होता... Quote Writer 1 184 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 11 Aug 2024 · 1 min read भोले बाबा की कृप भोले बाबा की कृप डमरूधारी की बजे, डमडम डमरू रोज। देव सभी उनको करें, नमन देखकर ओज।।1।। भीमेश्वर ओंकार है, विश्वनाथ नटराज। बर्फानी बाबा करें, सबके पूरे काज।।2।। नीलकंठ त्रिपुरारि... Quote Writer 1 167 Share