सगीता शर्मा 20 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सगीता शर्मा 8 Apr 2017 · 1 min read तस्वीरी ख्याल तस्वीरी खयाल ????????????? नही आये न आयेंगे कभी वापस पुराने दिन बहन में चाह भाई की लगें कितने सुहाने दिन निवाला हाथ से उसने खिलाये याद आते है सताते है... Hindi · कुण्डलिया 2 3 314 Share सगीता शर्मा 5 Apr 2017 · 1 min read रामनवमी विषय रामनवमी राम नाम तू रट ले बंदे मिट जायेगे सारे फंदे मानव तन ना मिले दुवारा क्यों तू फिरता मारा मारा राह नेक पर चलते जाओ जग में अपना... Hindi · लेख 1 1 479 Share सगीता शर्मा 3 Apr 2017 · 1 min read मनहरण मनहरण. 8887+4 प्यार हो सम्मान हो. और दिलो में मान हो. संस्कार दिल में रहे रंग रूप साथ हो. रूप रंग तब खिला. आज पिया जब मिला. दिल की ये... Hindi · घनाक्षरी 555 Share सगीता शर्मा 3 Apr 2017 · 1 min read नादांन ???एक मुक्तक. नादांन???? सनम रूठो न हमसे यू. सुनो दिल टूट जायेगा न छोडो हाथ तुम मेरा. अजी संग छूट जायेगा. बहुत नादांन है देखो. नही पहचान दुनियाँ की. मनाते... Hindi · मुक्तक 438 Share सगीता शर्मा 3 Apr 2017 · 1 min read इंतजार ????एक मुक्तक . बहर मुक्त विषय??? इंतजार.???. ??? मैं तुझसे मिलने आऊँगी. कर मन्दिर का बहाना जी. जो मेरे मन को भा जाये. ऐसे गीत सुनाना जी. इंतजार में रात... Hindi · मुक्तक 440 Share सगीता शर्मा 19 Mar 2017 · 1 min read नमन माता पिता को नमन माता पिता को. ?????????? नमन जो हम करे उनको तो जीवन पार लग जाये. नमन जो हम करे उनको तो जीवन पार लग जाये. सुनो माँ बाप से बड़... Hindi · कहानी 1k Share सगीता शर्मा 19 Mar 2017 · 1 min read मॉ भारती के सपूत माँ भारती के सपूत. ??????????. नींद से तुम जाग लो. मन में कुछ ठान लो. हार कर रूको नही. भारती पुकारती. जो मौत को लगा गले. जान वो दे कर... Hindi · कविता 483 Share सगीता शर्मा 19 Mar 2017 · 1 min read नैना विषय नैना. नैनो से नैना कहे ,सुन नैनो की बात. नैना तो नटखट सखी,समझे दिल की बात. नैनो से नैना मिले ,नैना लिये झुकाय. नैनो के रस्ते पिया,दिल में लिया... Hindi · कविता 2k Share सगीता शर्मा 17 Mar 2017 · 1 min read दीदारे दिल मुक्तक. दीदारे दिल सुनो दीदार दिलवर का. हमें हर शाम करना है. हमारे गीत हर नगमें. तुम्हारे नाम करना है. चले जाये सनम जब हम. हमें बस गुनगुना लेना. तुम्हारे... Hindi · मुक्तक 438 Share सगीता शर्मा 16 Mar 2017 · 1 min read प्रियतम ??????????????. प्रियतम अपनी प्रेम कहानी. लगती है कोई प्रीत पुरानी. जनम जनम की चाहत अपनी मैं हूँ तेरी प्रेम दिवानी. तू मेरे मैं तेरे दिल में. मिलकर हमने प्रीत निभीनी.... Hindi · कविता 3 1 1k Share सगीता शर्मा 2 Mar 2017 · 1 min read दिल ??दिल.??. कभी दिल मुस्कुराता है. कभी आँसू बहाता है. कभी दिल टूट जाता है. कभी सपने सजाता है. कभी गुमसुम रहे ये दिल. कभी कुछ गुनगुनाता है. कभी दिल राज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 729 Share सगीता शर्मा 1 Mar 2017 · 1 min read आजमाते हो 1222/1222/ आजमाते हो समन तुम क्यू रूलाते हो. रूला कर फिर मनाते हो चले जाये सुनो इक दिन. हमे तुम क्यू सताते हो. खफा जो हम हुये तुम से बहाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 309 Share सगीता शर्मा 28 Feb 2017 · 1 min read सौगात ????सौगात. ????? मुक्तक????. ????? सौगात ये रिश्तो की हम दिल में बसाते है. सोये सोये अरमां हम उनको जगाते है. रिश्तो को मोती को धाँगे में पिरो लेंगे. जो रूठे... Hindi · कविता 458 Share सगीता शर्मा 28 Feb 2017 · 1 min read जिन्दगी ???? बहर मुक्त. मुक्तक???? ????जिन्दगी. ????? जब खुद से हारा तो. जीवन से डरता है. जब सामने मौत दिखी. जीने को तरसता है. जिन्दगी का मोल कभी. तू समझ न... Hindi · मुक्तक 269 Share सगीता शर्मा 28 Feb 2017 · 1 min read जिन्दगी जिन्दगी.???? ????? ????? मिली जिन्दगी हँसाने को. चले आये मनाने को. रहे हम तो सदा नादां समझना है जमाने को. छुपाया है सनम हमने. सुनाना है फसाने को. भरे है... Hindi · कविता 595 Share सगीता शर्मा 27 Feb 2017 · 1 min read बादल_____ गगन बादल - गगन मुक्त सृजन. मनभावन. ??????? सागर सी गहराई दिल में चाहत उतनी बसी है दिल में छू लूँ गगन ये दिल मेरा चाहे. रोको न यू अब तुम... Hindi · कविता 617 Share सगीता शर्मा 27 Feb 2017 · 1 min read राम नाम ???????????? ?????? ?????? राम नाम की जपलो माला. काहे इंसा मोह को पाला वांट जोहती सबरी देखी काहे करे अधर्म अनदेखी पार लगाये थे रधुरइया बन जाओ तुम एसे खिवैया... Hindi · कविता 2 564 Share सगीता शर्मा 27 Feb 2017 · 1 min read मनहरण मनहरण. ????? 8887+4. ????? देख सको तो देख लो प्रेम इन से सीख लो दिलो में अपने सदा प्यार रखना जिन्दा. मन की आँख खोल लो दिल में जो है... Hindi · कविता 610 Share सगीता शर्मा 27 Feb 2017 · 1 min read भूख ??????. भूख. ??????? इंसा भूख के आगे हारा. कित जाये फिर वो बेचारा. इक टुकडा रोटी को तरसा. चोर बना जग उसपे बरसा घर में माँ भी भूखी बैठी. किसमत... Hindi · कविता 574 Share सगीता शर्मा 27 Feb 2017 · 1 min read दहेज कुछ न देना दहेज कुछ न देना. विधा आप हमें बता देना कौन सी है. ????????? हमें कुछ नही चाहिये. बस लड़की संस्कारी चाहिये. शादी ऐसी कर देना. दहेज कुछ न देना. बारात... Hindi · कविता 533 Share