कृष्णकांत गुर्जर Tag: कविता 59 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 कृष्णकांत गुर्जर 19 Feb 2017 · 1 min read हे ईश्वर तूने क्या किया मेरी बेटी पराई हो गई ?क्यो बेटी पराई हो गई? हे ईश्वर तूने क्या किया मेरी बेटी पराई हो गई| बचपनसेपाला है जिसकोअब बही पराई होगई|| ???? तू कैसा निर्दयी है भगवन बेटी से जुदाई... Hindi · कविता 7 951 Share कृष्णकांत गुर्जर 18 Feb 2017 · 1 min read हिंदु हिंदुस्तान जहाँ मे हिंदु हिंदुस्तान जहाँ मै,मेरा देश महान है| खेतीकरताभूखामरता,मौतसेलडताकिसानहै|| बेरोजगारी के कारण भी,दुखियारे इंसान है| सीमा मरते है जिनको,कहते वीर जवान है|| देश की आजादी के लिये भी,दी पुरखों ने जान... Hindi · कविता 5 324 Share कृष्णकांत गुर्जर 15 Feb 2017 · 1 min read दिल को छू लेने वाली दो -दिलो -को एक बनाने वाले है आने वाले हो तुम हम जाने वाले है फूलो से हम गलियाँ सजाने वाले है अपने माँ बापू कोहम रूलाने वाले है बचपन... Hindi · कविता 8 677 Share कृष्णकांत गुर्जर 9 Feb 2017 · 1 min read फैली है कुरीतियाँ भारत देश मे सुनलो भैया,फैली है कुरूतियाँ| महगाई व भ्रष्टाचार की,फैली है कुरूतियाँ|| नक्सलवाद व आतंकवाद से,मौत की बज रही घंटियाँँ| बालविवाह व दहेज के कारण मर रही प्यारी बेटियाँ||... Hindi · कविता 5 530 Share कृष्णकांत गुर्जर 1 Feb 2017 · 1 min read चलती है बेटियाँ मंजिल की राह मे,चलती है बेटियाँ | चलती है बेटियाँ, बढ़ती है बेटियाँ || दिल हजारो अरमां,संजोती है बेटियाँ | संजोती है बेटियाँ, पिरोती है बेटियाँ || अपनो का प्यार... Hindi · कविता 4 386 Share कृष्णकांत गुर्जर 31 Jan 2017 · 1 min read क्यो बेटी मारी जाती है हे माँ बतला इक बात मुझे,क्यो बेटी मारी जाती है| कल माँ भी तो बेटी थी माँ ,फिर क्यो जिंदा रह जाती है|| बेदो मे और कुरानो मे,क्यो बेटी पूँजी... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2 671 Share कृष्णकांत गुर्जर 30 Jan 2017 · 1 min read क्यो बेटी मारी जाती है हे माँ बतला इक बात मुझे,क्यो बेटी मारी जाती है| कल माँ भी तो बेटी थी माँ ,फिर क्यो जिंदा रह जाती है|| बेदो मे और कुरानो मे,क्यो बेटी पूँजी... Hindi · कविता 1 520 Share कृष्णकांत गुर्जर 24 Jan 2017 · 1 min read दो दिन का मेहमान है पैसा ही पैसा इस जग मे, पैसा ही तो शान है| तू क्यो इतराता इतना, दो दिन का मेहमान है|| नोट बंदी पर इक कविता, मे तो यारो वोल रहा|... Hindi · कविता 444 Share कृष्णकांत गुर्जर 22 Jan 2017 · 1 min read बेटिया माँ की गोद मे है किलकत है ,प्यारी प्यारी बेटियाँ, छम छम खेलत नाचत जावे,नन्ही प्यारी बेटियाँ, हँसती जाती संग हँसाती, प्यारी प्यारी बेटियाँ, पढ़ केे जग मे नाम कमावे,बहन... Hindi · कविता 2 732 Share Previous Page 2