Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) Tag: कविता 58 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 30 Dec 2020 · 1 min read !!*!! कोरोना मजबूत नहीं कमजोर है !!*!! कोरोना एक महामारी है, जान गया संसारा कोरोना से डरे तो, मिट जाए अस्तित्व हमारा कोरोना एक महामारी........... 【1】 कितनी महामारी आयें, कितनी जायेंं महामारी कोरोना से लड़ने की, सारे... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 33 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 20 Apr 2022 · 1 min read *!* "पिता" के चरणों को नमन *!* पिता का प्यार विशाल आसमां, गहराई सागर जैसी पिता सुखों की है छत्रछाया, बिना पिता जिंदगी कैसी पिता का प्यार........ 1) न भय, न दुख ,न चिंता, पिता कहानी जीवन... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 17 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 31 Mar 2022 · 1 min read !¡! बेखबर इंसान !¡! नासमझ और बेखबर, होता क्योंकर इंसान सोच समझ न कर्म करे, होवे क्यों मूर्ख समान नासमझ और बेखबर......... 1) दूजों को दुखड़े देकर, क्यों खुश होकर मुस्काता है जो जैसा... Hindi · कविता 10 7 545 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 31 Dec 2020 · 1 min read 【34】*!!* आग दबाये मत रखिये *!!* साधारण से चेहरों में कभी, आग धधकती दिखती है सुलगी हुई चिंगारी यही, इतिहास कई - कई लिखती है (1) भूलो नहीं आवाहन करो सभी, सुलगाओ नई चिंगारी विजय शिखर... Hindi · कविता 8 11 811 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 31 Mar 2022 · 1 min read *!* मेरे Idle मुन्शी प्रेमचंद *!* कष्ट स्वयं महसूस किया, वे कष्ट की भाषा लिखते थे पढ़े - लिखे मेधावी होकर, साधारण से दिखते थे कष्ट स्वयं महसूस........... 1) पुरुष नहीं वे आइना थे, सामाजिकता लाते... Hindi · कविता 8 2 513 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 16 Dec 2021 · 1 min read *•* रचा है जो परमेश्वर तुझको *•* रचा है जो परमेश्वर तुझको, तू धरती पर भार नहीं शक्तिपुंज का अंकुर है तू, जग में तू बेकार नहीं (1) पारब्रह्म परमेश्वर कहता, जीवन तेरा है अनमोल तू है... Hindi · कविता 8 4 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 2 Oct 2021 · 1 min read *!* दिल तो बच्चा है जी *!* दिल बच्चा बन बैठा, करता है नादानी बड़ी - बड़ी मन के मते चला जो जग में, उसकी तो किस्मत उजडी़ (1) मन नटखट बंदर है, करवाए सबसे ये उल्टे... Hindi · कविता 8 2 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 29 Dec 2020 · 1 min read 【31】*!* तूफानों से क्या ड़रना? *!* तूफानों से घबराकर कभी, राहें ना बदलेंगे हम तूफानों से घबराए तो, जीवन में भर जाये गम (1) मंजिल बहुत दूर है हमको, तेज कदम ही चलना है जैसे सूरज... Hindi · कविता 7 8 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 25 Apr 2022 · 1 min read ¡*¡ हम पंछी : कोई हमें बचा लो ¡*¡ गर्मी का आतंक छा गया, मची है जल की हाहाकार बूंद - बूंद को तरस रहे हम, पानी पीने को लाचार गर्मी का आतंक.......... 1) सुना है धर्म के पथ... Hindi · कविता 7 6 2k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 13 Sep 2021 · 1 min read *!* कच्ची बुनियाद जिन्दगी की *!* मतलब के रहते सब तेरी, करते रहेंगे जय जयकार मतलब निकल गया तो, तुझसे करे न कोई आकर प्यार मतलब के रहते.......... (1) मतलब स्वारथ का फंदा है, लोग तुझे... Hindi · कविता 7 843 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 30 Mar 2022 · 1 min read *!* रचो नया इतिहास *!* रचो नया इतिहास कि जग, कोना - कोना आलोकित हो झंडे गाढ़े वही तुम्हारे, खफा रहा था तुम से जो रचो नया इतिहास......... 1) साधारण से कर्मों से, तू भी... Hindi · कविता 7 6 573 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Sep 2020 · 1 min read 【26】*हम हिंदी हम हिंदुस्तान* हिंदी हिंदू हिंदुस्तान, एक हमारा नारा है हिंदुस्तान हमें तो अपने, प्राणों से भी प्यारा है (1) हिंद की मिट्टी के कण-कण से, चंदन खुशबू आती है पीहू - पीहू... Hindi · कविता 6 3 2k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 4 Mar 2019 · 1 min read 【19】 मधुमक्खी सुबह हुई जब निकला सूरज, किरणें फैली धरती पर दूर हुआ अंधकार धरा का, सबके मन का मिट गया डर सुबह हुई जब............ {1} अपने छत्ते से मधुमक्खी, निकल पड़ी... Hindi · कविता 6 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 29 Dec 2020 · 1 min read 【31】{~} बच्चों का वरदान निंदिया {~} निंदिया रानी आ जइयो, मुन्ने की अंखियों में छा जइयो बिन निंदिया मुन्ना रोता है, आकर उसे सुला जइयो निंदिया रानी............ (1) रात है अधियारी कारी, पर मुन्ना रोता है... Hindi · कविता 6 2 972 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 4 Apr 2022 · 1 min read *!* मोहब्बत पेड़ों से *!* कर लो दो पल की, मोहब्बत मोहक पेड़ों से बच जायेंगे हम सभी, नेचर (Nature) थपेड़ों से कर लो दो पल........ 1) पेड़ हैं तो हम सभी यहां, जिंदा रह... Hindi · कविता 6 2 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 29 Nov 2022 · 1 min read 🙋बाबुल के आंगन की चिड़िया🙋 बाबुल के आंगन की चिड़िया, बिटिया ही तो होती है बाबुल के आंगन की बिटिया, कभी नहीं यहाँ रोती है बाबुल के आंगन.......... 1) जब बेटी का जन्म हुआ, कोना... Hindi · कविता 6 2 428 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 6 Dec 2019 · 1 min read 【22】 तपती धरती करे पुकार सूरज से तपती धरती को, वर्षा ने आ तृप्त किया पेड़, पौधे, पंछी, भ्रमरों ने, मिलकर सुंदर नृत्य किया {1} बादल, बदली बरसे तो, आ बूदों ने खुशहाल किया धरती... Hindi · कविता 5 1 876 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 7 Sep 2021 · 1 min read *!* सोच नहीं कमजोर है तू *!* सोच नहीं कमजोर है तू, तेरी सोच से लक्ष्य तेरा तय हो जो सोच लिया करके दिखला, बिन किए यहाँ नहीं जय हो सोच नहीं........... (1) गुजर गया है वक्त... Hindi · कविता 5 2 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 8 Dec 2019 · 1 min read 【 23】 प्रकृति छेड़ रहा इंसान रूह तक काँँप जाती है, सुनो सब मेरी दर्द से काट रहे जो लोग यहाँँ, पेड़ों को गर्व से { 1} पैसों की लालच में, कितने अंधे हुए हैं लोग... Hindi · कविता 5 1 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 6 Jul 2020 · 1 min read 【24】लिखना नहीं चाहता था [ कोरोना ] लिखना नहीं चाहता था, पर अब कोरोना पर लिखना चाहूँँ लिखूंगा चर्म - मर्म की बातें, आदर भले मैं ना पाऊं {1} खाते रोज मुफ्त की रोटी, दावेदार और नेता... Hindi · कविता 5 1 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 13 Dec 2020 · 1 min read 【30】*!* गैया मैया कृष्ण कन्हैया *!* गौ को गौमाता कहने वालों, इतना सा तौ गौर करो गौमाता माता की सेवा करने से, तिल भर भी नहीं डरो {1} घर की पहली रोटी को सब, गौमाता को... Hindi · कविता 5 1 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 18 Nov 2019 · 1 min read 【20】 ** भाई - भाई का प्यार खो गया ** भाई - भाई का प्यार भेदभावों में, रहकर सिमट गया भाई को थी कभी जांं न्योंछावर, मिटी हुई अब शर्मो हया {1} कभी भाई का भाई से रिश्ता, गंगाजल सा... Hindi · कविता 5 1 863 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 28 Nov 2019 · 1 min read 【0】** आप सभी के लिए मेरे द्वारा लिखी गई कविताओं की लिस्ट ** {1} चींटी और परिस्थिति को जानें {2} हम बच्चे हैं नन्हे फूल {3} हवा का पैगाम {4} फूल की प्रेरणा {5} माँ {6} आप बहादुर हो {7} सुंदर बगिया {8}... Hindi · कविता 4 462 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 28 Nov 2019 · 1 min read 【0】** आप सभी के लिए मेरे द्वारा लिखी हुई बाल - कविताओं की लिस्ट ** {1} तारे {2} मेरा छाता {3} गोलू का संदेश {4} बंदर दादा {5} तितली रानी {6} माँ {7} हाथी राजा {8} आई देखो आई रेल {9} सुबह हुई अब बिस्तर... Hindi · कविता · बाल कविता 4 612 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 1 Jan 2023 · 1 min read 👸कोई हंस रहा, तो कोई रो रहा है💏 कोई हंस रहा है, कोई रो रहा है ए मेरे खुदा तू, कहां सो रहा है कोई हंस........... 1) ये कैसी अनोखी है, जीवन की रेखा कोई रोता तो, कोई... Hindi · कविता 4 974 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 26 Nov 2019 · 1 min read 【21】 *!* क्या हम चंदन जैसे हैं ? *!* सोचो जग में रहने वालों, क्या हम चंदन के जैसे हैं? क्या कर्म किये हम चंदन से, सोचो हम आखिर कैसे हैं? {1} वक्त ने ली करवट हम बदले, चांद... Hindi · कविता 4 711 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 20 Feb 2019 · 1 min read 【17】*!* हम कर दिखलाएंगे *!* हाथ जोड़कर करें वंदना, भगवन बच्चे हम नादान इतनी शक्ति हमको देदो , बन जाए भारत की शान हाथ जोड़कर........... {1} सत्य के पथ पर करमठ होकर, चलना हमने लिया... Hindi · कविता 4 1 486 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Feb 2019 · 1 min read 【16】 भाग - दौड़ भरी दुनियाँ इस भाग - दौड़ भरी दुनियाँ में, अब मैं भी भाग रहा हूँ सोना तो मुझको खुलकर था, लेकिन अब जाग रहा हूँ इस भाग- दौड़ ........... {1} जीवन है... Hindi · कविता 4 1 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 16 Nov 2021 · 1 min read *~* वक्त़ गया हे राम *~* वक्त़ बहुत था पास मेरे, पर वक्त़ रहे ना जाग सका क्या स्वाद कामयाबी का है, ये स्वाद कभी मैं नहीं चखा (1) कल नहीं जागा गम है बहुत, लेकिन... Hindi · कविता 4 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 15 Apr 2022 · 1 min read ¡~¡ कोयल, बुलबुल और पपीहा ¡~¡ मौसम आया है गर्मी का, कोयल की कूंक लगे प्यारी पीपल, गूलर पर फल आए, गायें पंक्षी महंके क्यारी मौसम आया है........ 1) पपीहा टेर सुनाए, खाए गर्मी के फल... Hindi · कविता 4 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 16 Nov 2022 · 1 min read 🇮🇳 वतन पर जां फ़िदा करना 🇮🇳 वतन पर जां फ़िदा करने की, जाने क्यों बनी फितरत प्यार बांटे थे जीभर के, न जाने क्यों बढ़ी नफरत वतन पर............ 1) पड़ौसी मुल्क जाने क्यों, पड़ौसी से नहीं... Hindi · कविता 4 361 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 15 Dec 2022 · 1 min read 🏄तुम ड़रो नहीं स्व जन्म करो🏋️ रणधीर हो तुम कायर ना बनो, अब तो अपना स्व जन्म करो ये जीवन अमृत तुल्य तेरा, इसे सफल करो तिल भर ना डरो रणधीर हो तुम............ 1) जो बीत... Hindi · कविता 4 582 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 15 Feb 2019 · 1 min read 【2】 हम बच्चे हैं नन्हे फूल हम बच्चे हैं नन्हे फूल, हमसे जो हो जाये भूल तो हमको न समझो शूल, हम हैं नव पीडी़ के मूल हम बच्चे हैं............. {1} ठोकर खा हम योग्य बनेंगे,... Hindi · कविता 3 385 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 4 Nov 2020 · 1 min read 【29】!!*!! करवाचौथ !!*!! करवाचौथ आधारशिला है, पति - पत्नी के जीवन की करवाचौथ जोड़ती कड़ियाँँ, सात जन्मों के बंधन की (1) सपना पत्नी की आँँखों में, लंबी उम्र पति की हो दुख-दर्दों से... Hindi · कविता 3 620 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 15 Sep 2020 · 1 min read 【25】 *!* विकृत विचार *!* जिधर भी देखू नजरों को, मिलती धूमिलता सोचा मानव दयावान, पर भरी कुटिलता (1) पाप की गठरी बांध रहा है, इंसा जी भर तिनके भर अब नहीं रहा, उसको ईश्वर... Hindi · कविता 3 2 889 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 30 Sep 2020 · 1 min read 【28】 *!* अखरेगी गैर - जिम्मेदारी *!* वक्त रहे ना जाग सके, बच्चे चंचल अज्ञानी थे भ्रम मैं जीना सीख गए, करते नित कई नादानी थे (1) निज जिम्मेदारी से बच्चे, लाखों मीलों दूर थे बात युवा... Hindi · कविता 3 578 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 19 Feb 2019 · 1 min read 【3】 गोलू का संदेश { दूध पियो } {1} दूध पियो सब दूध पीयो प्रतिदिन सारे दूध पियो दूध से शक्ति मिलती है चेहरे की रंगत खिलती है दूध जो प्रतिदिन पीते हैं वे ज्यादा दिन जीते हैं... Hindi · कविता · बाल कविता 3 364 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 15 Feb 2019 · 1 min read 【6】*!* आप बहादुर हो *!* अब समय नहीं है रोने का, सूखे हुए जख्म भिगोने का जो समय निकलकर चला गया, वो समय न अपना होने का अब समय नहीं है.............. {1} जो भूल हुई... Hindi · कविता 3 2 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Feb 2019 · 1 min read 【10】 आखें नम सबकी उनके लिए { शहीद } आँखें नम सबकी उनके लिए, जो हमको अदव में छोड़ गये जीवन भर साथ निभाना था, पर वो हम से मुख मोड़ गये आँखें नम सबकी................ {1} खुशियों को नज़र... Hindi · कविता 3 441 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 24 May 2023 · 1 min read "धन वालों मान यहाँ" धन दौलत की यारी रह गई, भईया रह रह गये नोटन के राजनीति अब सेवा न जानें, नेता रह गये वोटन के **........**.......**........**.......**........**.......** धन वालों का मान रह गया, घट... Hindi · कविता 2 502 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 13 Feb 2019 · 1 min read 【1】**अटल इरादे चींटी के** धूल भरी हूँ मैं लेकिन, परिश्रम से न मैं घबराती। कठिन परिश्रम करके ही, खुशहाल जीवन को पास में लाती। धूल भरी हूँ............ {1} आये हवा सदा इठलाती, धूल और... Hindi · कविता 2 358 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 15 Feb 2019 · 1 min read 【3】 हवा का पैग़ाम एक अन्धेरी रात मैं, सरसरा रही थी हवा बार-बार आके, कुछ कह रही थी हवा एक अन्धेरी रात में............ {1} देखो इन्सानियत से खाली, हो गया भारत देश धीमे स्वर... Hindi · कविता 2 274 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 9 Dec 2022 · 1 min read ✍️परीक्षा की सच्चाई✍️ कई करते मेहनत से पेपर, कई लेते हैं नकल आधार कई करते हैं ताका झांकी, कई पूछें छुपके कई बार कई करते मेहनत........ 1) कुछ करते हैं कठिन परिश्रम, उत्तर... Hindi · कविता 2 334 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 15 Feb 2019 · 1 min read 【4】*!* लेजेंड ऑफ फ्लावर *!* खिलते फूल को देखके, मैं कुछ विचलित सा हो जाता हूँ क्यों इतना खुश हुआ फूल, ये राज़ समझ नहीं पाता हूँ खिलते फूल को ............. {1} मैंने जाकर पूछा... Hindi · कविता 2 442 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 15 Feb 2019 · 1 min read 【5】 *?* मेरी माँ को दुख नहीं दूंगा *?* एक चिड़िया देखी मानव ने, जो दाना लेकर फुर्र उड़ी मानव पूछा चिड़िया रानी, इतनी भी तुझको क्यों जल्दी एक चिड़िया ............ {1} मानव बोला क्या तुझको, मेरी सहायता आन... Hindi · कविता 2 653 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 16 Feb 2019 · 1 min read 【7】 सुन्दर बगिया सुबह हुई रवि किरण संभाली, सुन्दरता बगिया ने सँजाली हरी घास मन में मुस्काली, कलियाँ खिलीं खुश डाली-डाली सुबह हुई रवि ............. {1} बगिया में अनुपम हरियाली, तरु की पत्ती... Hindi · कविता 2 255 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 16 Feb 2019 · 1 min read 【8】 पवन के रूप मन्द पवन का आना जाना, मन को मधुर एहसास कराना नीरसता में उमंग का आना, हवा का देखो ताना - वाना मन्द पवन का ................ {1} आता जब बारिश का... Hindi · कविता 2 578 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 16 Feb 2019 · 1 min read {9} आज की संतान आज की संतान मन, माँ - बाप का जाने नहीं माँ - बाप कहते हैं भली, उस बात को मानें नहीं आज की संतान............. {1} मन्दिर गये मस्जिद गये, संतान... Hindi · कविता 2 489 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Feb 2019 · 1 min read 【11】 ** माँ की ममता को बेटे का प्यार अमर रहे ये रिश्ता अपार ** कभी था मैं छोटा बच्चा, माँ दूध तुम्हारा पीता था रुकी- रुकी सांसों को माँ, मैं तो खुलकर के जीता था कभी था में ............... {1} तुमसे दो पल दूर... Hindi · कविता 2 812 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Feb 2019 · 1 min read 【12】 *!* पेड़, पतझड़ और बसंत *!* पतझड़ आया पेडों से, पत्ते कर गये प्रस्थान हरा - भरा कभी जो गुलशन था, लगता अब वीरान पतझड़ आया ............. {1} बिन पत्तों के हरा पेड़ भी, लगता है... Hindi · कविता 2 619 Share Page 1 Next