Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 109 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 22 Oct 2019 · 1 min read 【29】 चिंता देखो चिता जलाए मृत को, चिंता जिंदा खाती है चिंता ना करना कोई, चिंता सर्वस्व मिटाती है।। Hindi · दोहा 3 531 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Mar 2019 · 1 min read 【28】 नींद { निद्रा } नींद बडी़ बेसुध होती, कभी प्यार करे - कभी वार करे। कम निद्रा बेकार करे, ज्यादा निद्रा तकरार करे।। Hindi · दोहा 3 342 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Mar 2019 · 1 min read 【27】 मेहनत { परिश्रम } चादर मेहनत की जब ओढी़, मन से मैं तो अमीर बना। मिट गया मेरा खेद गरीबी का, परिश्रम मेरा तकदीर बना।। Hindi · दोहा 4 292 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Mar 2019 · 1 min read 【26】 जख्म { घाव } दिल के जख्मों को भरने मैं, दवा ढूंढने गया जिधर । दवा नहीं मुझे जख्म मिले, मैं जीने लगा हूँ डर - 2 कर।। Hindi · दोहा 3 581 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 5 Mar 2019 · 1 min read 【1】 साईं भजन { दिल दीवाने का डोला } मैं साईं दर पर आया, साईं दर्शन के लिए - 2 मेरी सुन लो साईं - - जय हो - - - - मेरी सुन लो साईं बाबा, जन कल्याण... Hindi · गीत 5 1 669 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 4 Mar 2019 · 1 min read 【19】 मधुमक्खी सुबह हुई जब निकला सूरज, किरणें फैली धरती पर दूर हुआ अंधकार धरा का, सबके मन का मिट गया डर सुबह हुई जब............ {1} अपने छत्ते से मधुमक्खी, निकल पड़ी... Hindi · कविता 6 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 1 Mar 2019 · 1 min read 【25】 कोयल मधुर स्वरों में कोयल बोले, मन को जो अति भाती है। कटु वचन ना कोई बोले, हमको याद दिलाती है।। Hindi · दोहा 3 398 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 1 Mar 2019 · 1 min read 【24】 समय { वक्त } वक्त का पहिया फुर्तीला, जो बड़ी तेज से चलता है। वक्त के साथ चले जग में, उसे जीवन नहीं खललता है।। Hindi · दोहा 2 290 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 1 Mar 2019 · 1 min read 【23】 पीपल पीपल पेड़ परोपकारी, परोपकार कर जीता है दिन छाया रात - दिन ऑक्सीजन, दे उसका दिन बीता है Hindi · दोहा 2 287 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 1 Mar 2019 · 1 min read 【22】 मोर बारिश के मौसम में मोर, नाँच - नाँच के गाता है। जश्न मनाए हर पल का, हमको पाठ पढ़ाता है।। Hindi · दोहा 2 488 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 1 Mar 2019 · 1 min read 【21】 भगवान { ईश्वर } भगवान हमें हर दुविधा में, अनजान हो राह दिखाते हैं। मूरख बुद्धि इंसान हैं हम, ये राज़ समझ नहीं पाते हैं।। Hindi · दोहा 3 565 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 27 Feb 2019 · 1 min read 【20】 महंगाई महंगाई एक कमरतोड़ है, महंगे हुए यहाँ सब सामान सिर धुनकते कृषक देखा हैं, सस्ते सभी उनके अन्ऩ धान Hindi · दोहा 2 467 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 27 Feb 2019 · 1 min read 【19】 फैशन का दौर फैशन का अब दौर है आया, पैसे खर्च रहा इंसान मन बुद्धि मूरख हैं उसके, समझे वह कपड़ों को शान Hindi · दोहा 2 267 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 24 Feb 2019 · 1 min read 【18】 पुलवामा आतंकी हमला धोखे से उन गद्दारों ने, आकर पीछे से वार किया युद्ध की गरिमा क्या होती, दुश्मन ने शर्मसार किया धोखे से............... {1} बेखौफ इरादे दुश्मन के, उसे खौफ में अब... Hindi · कविता 2 2 545 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 23 Feb 2019 · 1 min read 【18】 बचपन बचपन था रोमांस भरा, अब चिंताएं खाती रहती बचपन ही था प्यार का सागर, अब तन्हाई सी रहती Hindi · दोहा 2 487 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 23 Feb 2019 · 1 min read 【17】चाँदनी रात के अंधियारे में देखो, चाँदनी मुस्का रही जो भी गुजरा चाँदनी से, चाँदनी अति भा रही Hindi · दोहा 2 1 446 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 22 Feb 2019 · 3 min read 【1】 घर एक आईना प्राचीन समय से ही इंसान जंगलों में निवास करता आया है। घर की बात करें, तो संसार में सभी के घर होते हैं। फिर भले ही वह जानवर हो, पक्षी... Hindi · कहानी 3 2 484 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 22 Feb 2019 · 3 min read 【1】 ] संगठन में ही शक्ति है एक जंगल में बहुत सारे जानवर रहते थे। सारे जानवर जंगल में निर्भीक होकर विचरण करते और खुशी-खुशी रहते। किसी भी जानवर को जंगल में कोई खतरा नहीं था। लेकिन... Hindi · लघु कथा 2 1 512 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 22 Feb 2019 · 1 min read 【16】 बगिया सुबह हुई रवि किरण पसारी, बगिया में फैले मोती बगिया सोचे में अति सुंदर, काश मैं भी दुल्हन होती Hindi · दोहा 3 2 411 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 22 Feb 2019 · 1 min read 【15】 माँ की ममता अटूट प्यार है माँ की ममता, टूट कभी जो ना पाये अनन्त दुआओं से देती है जो, जग माँ की ममता गाये Hindi · दोहा 2 1 574 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 22 Feb 2019 · 1 min read 【14】 राही { राहगीर } हम सब राही हैं जीवन के, लगातार हमको चलना आलस कर जो बैठ गए हम, वो चलना भी क्या चलना Hindi · दोहा 2 272 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 22 Feb 2019 · 1 min read 【13】 बचपन बचपन धूल भरा था सबका, धूल के हीरे कहलाये लोट - लोट कर खेले मरु, मात - पिता को हम भाये Hindi · दोहा 2 332 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 22 Feb 2019 · 1 min read 【12】"*" देश का सिपाही "*" फौलादी जिसका सीना है, खड़ा हुआ है बॉर्डर पर मौत भी आए लड़ जाएगा, उसको नहीं मरने का डर Hindi · दोहा 2 248 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 22 Feb 2019 · 6 min read 【1】 !*! मन चंगा !*! एक गाँव में चंदन नाम का व्यक्ति रहता था। वह हट्टा - कट्टा और जवान था। चंदन का स्वभाव सबका भला चाहने वाला एवं परोपकारी था। गाँव के सभी लोग... Hindi · कहानी 2 578 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 20 Feb 2019 · 1 min read 【17】*!* हम कर दिखलाएंगे *!* हाथ जोड़कर करें वंदना, भगवन बच्चे हम नादान इतनी शक्ति हमको देदो , बन जाए भारत की शान हाथ जोड़कर........... {1} सत्य के पथ पर करमठ होकर, चलना हमने लिया... Hindi · कविता 4 1 481 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 19 Feb 2019 · 1 min read 【2】 *~* उसका प्यार *~* किसी के प्यार में - मैं, कितना टूटा हूँ बताऊँ क्या किसी के प्यार ने - मैं कितना लूटा हूंँ बताऊँ क्या किसी के प्यार ............. {1} उसकी महफ़िल सजी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 612 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 19 Feb 2019 · 1 min read 【1】 *!* तेरा चेहरा *!* फूलों जैसा चेहरा तेरा, सोने जैसा तेरा दिल जुल्फ बादलों जैसी तेरी, हुस्न तेरा जैसे महफिल फूलों जैसा............ {1} जब से देखा मैंने तुझको, तू ही तो एक नजर आए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 508 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 19 Feb 2019 · 1 min read 【5】 तितली रानी {1} रंग बिरंगे पंखों वाली तितली रानी है मतवाली नए - नए फूलों पर जाकर फूलों का रस करते खाली ★ ★ ★ ★ ★ ★ {2} तितली उड़ती यहाँ... Hindi · कविता · बाल कविता 2 385 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 19 Feb 2019 · 1 min read 【4】 बंदर दादा {1} बंदर दादा बंदर दादा बड़े ही नटखट लगते हो बंदर दादा बंदर दादा सुबह को जल्दी जगते हो ** ** ** ** ** ** ** ** {2} बंदर दादा... Hindi · कविता · बाल कविता 2 257 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 19 Feb 2019 · 1 min read 【3】 गोलू का संदेश { दूध पियो } {1} दूध पियो सब दूध पीयो प्रतिदिन सारे दूध पियो दूध से शक्ति मिलती है चेहरे की रंगत खिलती है दूध जो प्रतिदिन पीते हैं वे ज्यादा दिन जीते हैं... Hindi · कविता · बाल कविता 3 357 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 19 Feb 2019 · 1 min read 【2】 मेरा छाता मेरा छाता मेरा भ्राता, बारिश में ये सबको बचाता तेज धूप में छाया लाता, बहता पसीना रुक सा जाता मेरा छाता.......... {1} काला - काला मेरा छाता कभी, सिमटता कभी... Hindi · कविता · बाल कविता 2 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 18 Feb 2019 · 1 min read 【1】 !"! आसमान के तारे !"! आसमान में लाखों तारे रात को झिलमिल करते सारे गगन तले जो टिम -टिम करते रात को तारे लगते प्यारे सब तारों का एक है राजा चन्दा मामा मत इतरा... Hindi · कविता · बाल कविता 2 522 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Feb 2019 · 1 min read 【16】 भाग - दौड़ भरी दुनियाँ इस भाग - दौड़ भरी दुनियाँ में, अब मैं भी भाग रहा हूँ सोना तो मुझको खुलकर था, लेकिन अब जाग रहा हूँ इस भाग- दौड़ ........... {1} जीवन है... Hindi · कविता 4 1 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Feb 2019 · 1 min read 【15】 दिल में बसा है हिन्दुस्तान चाहे हिन्दू कहो या मुसलमान, चाहे सिक्ख, ईसाई का दो मान मेरे दिल में बसा है हिन्दुस्तान, मुझे बाँटो नहीं तुम सबको है आन चाहे हिन्दू कहो ............ {1} जाति-... Hindi · कविता 2 268 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Feb 2019 · 2 min read 【14】 गर्मी और हालात जून - जुलाई का मौंसम, विकराल आग सा होता है जो भी गुजरे इस मौंसम से, खूब पसीने ढ़ोता है जून जुलाई ने ............. {1} गाँव गया मैं कड़ी धूप... Hindi · कविता 2 497 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Feb 2019 · 1 min read 【13】 अंधा प्यार कोई न करियो जलता दीपक देख पतंगा, मन में अति हर्षाया घोर अन्धेरे जिसने एक, जलता दीपक पाया जलता दीपक .......... {1} भरी उडान पतंगे ने वह, उड़ता- उड़ता आया दीपक लौ सुन्दरता... Hindi · कविता 2 627 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Feb 2019 · 1 min read 【12】 *!* पेड़, पतझड़ और बसंत *!* पतझड़ आया पेडों से, पत्ते कर गये प्रस्थान हरा - भरा कभी जो गुलशन था, लगता अब वीरान पतझड़ आया ............. {1} बिन पत्तों के हरा पेड़ भी, लगता है... Hindi · कविता 2 614 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Feb 2019 · 1 min read 【11】 ** माँ की ममता को बेटे का प्यार अमर रहे ये रिश्ता अपार ** कभी था मैं छोटा बच्चा, माँ दूध तुम्हारा पीता था रुकी- रुकी सांसों को माँ, मैं तो खुलकर के जीता था कभी था में ............... {1} तुमसे दो पल दूर... Hindi · कविता 2 772 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Feb 2019 · 1 min read 【10】 आखें नम सबकी उनके लिए { शहीद } आँखें नम सबकी उनके लिए, जो हमको अदव में छोड़ गये जीवन भर साथ निभाना था, पर वो हम से मुख मोड़ गये आँखें नम सबकी................ {1} खुशियों को नज़र... Hindi · कविता 3 435 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 16 Feb 2019 · 1 min read {9} आज की संतान आज की संतान मन, माँ - बाप का जाने नहीं माँ - बाप कहते हैं भली, उस बात को मानें नहीं आज की संतान............. {1} मन्दिर गये मस्जिद गये, संतान... Hindi · कविता 2 486 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 16 Feb 2019 · 1 min read 【8】 पवन के रूप मन्द पवन का आना जाना, मन को मधुर एहसास कराना नीरसता में उमंग का आना, हवा का देखो ताना - वाना मन्द पवन का ................ {1} आता जब बारिश का... Hindi · कविता 2 569 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 16 Feb 2019 · 1 min read 【7】 सुन्दर बगिया सुबह हुई रवि किरण संभाली, सुन्दरता बगिया ने सँजाली हरी घास मन में मुस्काली, कलियाँ खिलीं खुश डाली-डाली सुबह हुई रवि ............. {1} बगिया में अनुपम हरियाली, तरु की पत्ती... Hindi · कविता 2 250 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 15 Feb 2019 · 1 min read 【6】*!* आप बहादुर हो *!* अब समय नहीं है रोने का, सूखे हुए जख्म भिगोने का जो समय निकलकर चला गया, वो समय न अपना होने का अब समय नहीं है.............. {1} जो भूल हुई... Hindi · कविता 3 2 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 15 Feb 2019 · 1 min read 【5】 *?* मेरी माँ को दुख नहीं दूंगा *?* एक चिड़िया देखी मानव ने, जो दाना लेकर फुर्र उड़ी मानव पूछा चिड़िया रानी, इतनी भी तुझको क्यों जल्दी एक चिड़िया ............ {1} मानव बोला क्या तुझको, मेरी सहायता आन... Hindi · कविता 2 648 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 15 Feb 2019 · 1 min read 【4】*!* लेजेंड ऑफ फ्लावर *!* खिलते फूल को देखके, मैं कुछ विचलित सा हो जाता हूँ क्यों इतना खुश हुआ फूल, ये राज़ समझ नहीं पाता हूँ खिलते फूल को ............. {1} मैंने जाकर पूछा... Hindi · कविता 2 433 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 15 Feb 2019 · 1 min read 【3】 हवा का पैग़ाम एक अन्धेरी रात मैं, सरसरा रही थी हवा बार-बार आके, कुछ कह रही थी हवा एक अन्धेरी रात में............ {1} देखो इन्सानियत से खाली, हो गया भारत देश धीमे स्वर... Hindi · कविता 2 270 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 15 Feb 2019 · 1 min read 【2】 हम बच्चे हैं नन्हे फूल हम बच्चे हैं नन्हे फूल, हमसे जो हो जाये भूल तो हमको न समझो शूल, हम हैं नव पीडी़ के मूल हम बच्चे हैं............. {1} ठोकर खा हम योग्य बनेंगे,... Hindi · कविता 3 383 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 14 Feb 2019 · 1 min read 【11】 दादी माँ छोटे बच्चों को दादी, अपने अनुभव समझाती है। बिन सोचे जो काम करे, उसे चिंता बहुत सताती है।। Hindi · दोहा 3 493 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 14 Feb 2019 · 1 min read 【10】 पडौसी पास पडौसी दुःख - सुख साथी, बैर कबहु न करियो कोय। बुरा समय जो आयो अचानक, उस पल सहायक कोय न होय।। Hindi · दोहा 3 260 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 14 Feb 2019 · 1 min read 【9】 "*" गुरु ज्ञान दीप है "*" ज्ञान का दीपक जला रहा जो, मिटा रहा सबका अग्यान। गुरु बडे़ उस परमेश्वर से, गुरु चरणों का करलो ध्यान।। Hindi · दोहा 2 349 Share Previous Page 2 Next