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26 May 2018 · 1 min read

सूरज

1
जीव तड़पते
वसुधा जल रही
सूरज तेज।
2
सर्द दिवस
थरथर काँपता
सुन सूरज।

3
बंजर भूमी
सब जले ताप से
क्रोधित सूर्य।
4
तपती छत
सूर्य खुद जलता
भूनु पापड़।
5
सूर्य का प्याला
बहती यह लाली
साँझ सँवरे।
6
रवि निहारे
ढलती हुई शाम
प्रीत अनोखी।
7
ढलता भानु
नीलम सागर में
करे विश्राम।

नीलम शर्मा……✍️

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