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25 Nov 2017 · 1 min read

मुक्तक

आज भी मुझको तेरा चेहरा याद है!
आज भी चाहत का पल सुनहरा याद है!
शर्माती अदाओं का दिल में चुभ जाना,
आज भी तेरे दर्द का पहरा याद है!

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

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