**** जिंदगी ***
[[[[ ज़िंदगी ]]]]
दिनेश एल० “जैहिंद”
ये जिंदगी क्या है….?
पल दो पल का खेला है !!
ये दुनिया क्या है….?
पल दो पल का मेला है !!!
पल दो पल का है रोना !
पल दो पल का है हँसना !!
पल दो पल का है चैना !
पल दो पल का है रैना !!
ये पल दो पल क्या है…. ?
ये तो वक्त का रेलमरेला है ——
….पल दो पल का खेला है |
पल दो पल का है मिलना !
पल दो पल का है बिछड़ना !!
पल दो पल है खुशियाँ लाता !
पल दो पल है दुख दे जाता !!
ये सुंदर तन क्या है…… ?
ये तो पानी का एक बुलबुला है ——-
………पल दो पल का खेला है |
पल दो पल में है जान निकल जाती !
पल दो पल में ही है घटना घट जाती !!
पल ही पल में कोई आसमां चढ़ जाता !
पल ही पल में कोई नीचे आ पड़ जाता !!
ये जीवन मरण क्या है…… ?
ये तो भैया एक अनबुझ झमेला है ——
……….. पल दो पल का खेला है |
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