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2 Mar 2017 · 1 min read

जोश मिल गया

दुनिया को बदल कर रख दूगा वह जोश मिल गया मुझको ।
लहु उबाल भरेगा वह उदघोष मिल गया मुझको ॥
अब दुनिया भर कि जन्नत मेरे कदमों मे होगी क्योंकि,
आपके जैसा जो दोस्त मिल गया मुझको ॥
राजेन्द्र कुशवाहा

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