Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
23 Aug 2016 · 1 min read

ये है मुहब्बत का बैंक

आने वाली बुक ,इश्क़ मुकम्मल, से एक शेर आपकी नजर

है ये मुहब्बत का बैंक प्यारे
यहाँ कोई उधार खाता नही चलता
होती है हमेशा जज़्बों की बारिश
फिर कोई छाता नही चलता
*************************
कपिल कुमार
23/08/2016

Loading...