Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
11 Dec 2025 · 1 min read

बाल पहेलियां

बाल पहेलियां
1
धूम धड़ाका करता हूं,
दूर गगन में उड़ता हूं।
जलथल करना मेरा काम,
बोलो बच्चों मेरा नाम
2
करता अपने कुल पर राज,
मेरे सिर पर होता ताज।
थाली में सजकर आया,
फिर सबने जमकर खाया।
3
हरदम चलती रहती हूं ,
फिर भी कब मैं थकती हूं।
काम समय से सिखलाऊं,
रोज सवेरे तुम्हें जगाऊं।
4
बाहर से मैं सीधी हूं,
अंदर से पर टेढ़ी हूं।
मीठा रस मेरे अंदर,
खाते हैं सब मन भरकर।
5
शोर मचा कर दौड़ लगाऊं ,
सबको मंजिल तक पहुंचाऊं।
सीटी अक्सर खूब बजाऊं,
बच्चों को मैं खूब लुभाऊं।

— उत्तर —
1. बादल, 2. बैंगन, 3. घड़ी,
4. जलेबी, 5. ट्रेन।

Loading...