खुद पर यक़ीन रखो" ✍️
खुद पर यक़ीन रखो” ✍️
कौन चाहेगा तुम्हारा चयन, ये सच्चाई है कड़वी,
हर चेहरा मुस्कुराएगा बस जब मिलेगी पद की लड़ी।
रिश्तेदार, मोहल्ले वाले, सबकी बातें होंगी प्यारी,
पर अब नहीं पूछेगा कोई, जब किस्मत होगी भारी।
गुलू जी भी खामोश रहेंगे, शर्मा की बिटिया भी भूल जाएगी,
सफलता की सीढ़ी चढ़ो तो दुनिया झुकेगी, वरना ठोकर दिखाएगी।
ये जमाना सिर्फ विजेता की बात करता है,
गिरने वालों की तो याद भी नहीं रखता है।
इसलिए अपने विश्वास को हथियार बना लो,
हर ताने, हर शक को आग बना जलालो।
सपनों को अपनी मेहनत से सींचो हर रोज़,
तभी कल इतिहास में होगा तुम्हारा नाम रोज़।
वरना भीड़ में बस एक चेहरा रह जाओगे,
जनसंख्या के आँकड़ों में गुम हो जाओगे।
खुद से वादा करो, “मैं ही अपनी मदद हूँ,”
सफलता का सफर, मेरे ही कदमों से शुरू हूँ। ✨