स्मार्ट बच्चे, सेफ इंटरनेट
यह इंटरनेट का जमाना है। मोबाइल, कंप्यूटर और सोशल मीडिया अब हमारे रोजमर्रा के साथी बन चुके हैं। पढ़ाई, गेम, वीडियो, चैट…सब कुछ ‘ऑनलाइन’ हो है, पर क्या आप जानते हैं? इंटरनेट की यह दुनिया जितनी मजेदार है, उतनी ही खतरनाक है इसलिए यह सावधानी भी चाहती है। नेट का इस्तेमाल करो ज्ञान के लिए, न कि नुकसान के लिए।
कई बार बच्चे और किशोर मज़ाक़ या जिज्ञासा में कुछ ऐसा कर बैठते हैं जो समाज और कानून की नजर में अपराध बन जाता है। जैसे-किसी की फोटो एडिट करके शेयर करना, फेक आईडी बनाकर परेशान करना, चैट या गेम में गंदी बातें लिखना, किसी के एकाउंट में घुसने की कोशिश करना…आदि। ये सब साइबर क्राइम कहलाते हैं। याद रखिए ऐसे अपराध करने पर ‘साइबर अरेस्ट’ यानी गिरफ्तारी भी हो सकती है। भारत में आईटी एक्ट 2000 के तहत साइबर अपराध पर सजा का प्रावधान है। कानून यह नहीं देखता कि गलती जानबूझकर हुई है या मजाक में। गलती, गलती ही मानी जाती है। स्मार्ट वही, जो ऑनलाइन भी सुरक्षित रहे।
साइबर टिप्स, फॉर स्मार्ट किड्सः
1. निजी जानकारी, पासवर्ड, फोटो, पता, मोबाइल नंबर आदि किसी को न बताएं।
2. किसी अनजान लिंक या मैसेज पर क्लिक या टैब न करें।
3. सोशल मीडिया पर कुछ
4. भी पोस्ट करने से पहले सोचें, क्या यह सही है?
5. अगर कोई ऑनलाइन परेशान करे तो तुरंत माता-पिता, शिक्षक या हेल्पलाइन 1930 पर बताएं।
6. पासवर्ड उतना ही गुप्त रखें, जितना अपनी डायरी का राज़।
7. अजनबी से ऑनलाइन दोस्ती करने से पहले खूब सोचें।
8. ऑनलाइन होने वाले किसी भी लालच या फायदे से आकर्षित न हों।
🌐 जागरूक रहो, साइबर ट्रैप से बचोः डिजिटल युग में समझदारी ही असली सुरक्षा है। स्मार्ट बच्चा वही, जो सतर्क भी रहे और सुरक्षित भी। आइए, हम सब मिलकर बनें-स्मार्ट सिटिज़न, सेफ सिटिज़न…