Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
11 Nov 2025 · 1 min read

चंद्रशेखर आजाद

16

माँ को आजादी दिलाने के लिए बेहाल थे
चन्द्र शेखर नाम जिनका भारती के लाल थे

देश सेवा के लिए खुद को समर्पित कर दिया
देशहित में ही सदा वो चलते अपनी चाल थे

उम्र थी छोटी मगर उनकी रगों में जोश था
हर फिरंगी के लिए वो बन गए जंजाल थे

वीर हिंदुस्तानियों से प्यार था उनको बहुत
हो दुखी जाते उन्हें जब देखते बदहाल थे

दुश्मनों को देते उत्तर ईंट का पत्थर से वो
छोड़ते उनको नहीं थे, खींच लेते खाल थे

दुश्मनों के हाथ मरना चाहते थे वो नहीं
मारकर गोली स्वयं का बन गए वो काल थे

सिद्ध मरकर कर दिया आजाद था आजाद हूँ
वो कभी झुकते नहीं थे ऊँचा रखते भाल थे

जो भी मन में ठान लेते करके दिखलाते वही
‘अर्चना’ वो कहने भर को कब बजाते गाल थे

डॉ अर्चना गुप्ता
27-02-2023

Loading...