किसी गाड़ी की जमीं धूल पर.
किसी गाड़ी की जमीं धूल पर.
मैं उसका और अपना नाम लिख करता हूँ..
कोई देख ना ले इस डर से.
मिटा दिया करता हूँ .
मैं जाना हूँ अब वह मुझसे..
मोहब्बत नहीं करेगी……..
तब भी उसका नाम सुनकर
मुस्कुरा दिया करता हूँ….,. 👌✍️
विशाल प्रजापति…………..