धराधाम परिवार ने छठ महापर्व पर जलाया — “एक दीया शहीदों के नाम”
दीपों से सजी भक्ति और देशभक्ति की संध्या
🌅 धराधाम परिवार ने छठ महापर्व पर जलाया — “एक दीया शहीदों के नाम”
✨ भस्मा छठ घाट, गोरखपुर बना आस्था, एकता और राष्ट्रप्रेम का पावन केंद्र
गोरखपुर।
आस्था, अध्यात्म और राष्ट्रभक्ति का ऐसा अद्भुत संगम शायद ही कभी देखा गया हो, जैसा इस वर्ष छठ महापर्व के अवसर पर गोरखपुर के भस्मा छठ घाट पर देखने को मिला। धराधाम इंटरनेशनल परिवार द्वारा आयोजित इस विशेष आयोजन में हजारों श्रद्धालु सूर्यदेव की आराधना करने पहुँचे, जहाँ उन्होंने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया और विश्व शांति की मंगलकामना की।
इस अवसर पर धराधाम परिवार ने एक अनूठी पहल के रूप में “एक दीया शहीदों के नाम” कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें उपस्थित प्रत्येक श्रद्धालु ने मातृभूमि के वीर सपूतों की स्मृति में दीप प्रज्वलित किया। दीपों की यह पंक्तियाँ जब सरयू की लहरों के साथ झिलमिलाईं, तो घाट का हर कोना राष्ट्रप्रेम और एकता के प्रकाश से आलोकित हो उठा। यह दृश्य न केवल आस्था का प्रतीक था, बल्कि मानवता, सद्भाव और समर्पण का जीवंत संदेश भी बन गया।
कार्यक्रम के मुख्य प्रेरणास्रोत संत डॉ. सौरभ पाण्डेय जी ने अपने उद्बोधन में कहा —
> “छठ पर्व केवल सूर्य उपासना नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि और समाज के प्रति कर्तव्य का पर्व है। जब हम दीप जलाते हैं, तो वह केवल रोशनी नहीं, बल्कि एक संकल्प होता है — शांति, प्रेम और एकता का।”
उनके प्रेरक आशीर्वचनों ने श्रद्धालुओं के हृदयों को गहराई तक छू लिया। डॉ. पाण्डेय जी ने कहा कि धराधाम इंटरनेशनल परिवार का उद्देश्य है कि धर्म, समाज और राष्ट्र — तीनों की आत्मा सौहार्द और सहयोग के रूप में एक साथ पल्लवित हों।
इस अवसर पर उनके साथ मंच पर ई. शशांक पाण्डेय, डॉ. विनय श्रीवास्तव, अवनीश पाण्डेय गुरु, विश्व की सबसे कम आयु की अंतरराष्ट्रीय बाल व्यास श्वेतिमा माधव प्रिया, एवं बाल भक्त सौराष्ट्र की उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशिष्ट गरिमा प्रदान की।
बाल व्यास श्वेतिमा माधव प्रिया ने अपने सुस्पष्ट वचनों में कहा कि “दीप केवल अंधकार को नहीं मिटाता, वह मनुष्य के भीतर की नकारात्मकता को भी दूर करता है।”
दीप प्रज्वलन में प्रमुख रूप से —
डॉ. विनय श्रीवास्तव, अमित पाण्डेय, फडीस पाण्डेय, डॉ. एहसान अहमद, रजनीश पाण्डेय, एड. गिरजेश पाण्डेय, उमेश पाण्डेय, सोनू पाण्डेय, गौतम पाण्डेय, श्रीकांत पाण्डेय, सोमनाथ पाण्डेय, दीपक पाण्डेय, गुरु पाण्डेय, पंकज पाण्डेय, बिनोद पाण्डेय, सुरेंद्र पाण्डेय, बिजेंद्र पाण्डेय, हर्ष त्रिपाठी, उत्कर्ष त्रिपाठी, मोहम्मद आकिब अंसारी, कवयित्री एकता गोरखपुरी, ई. मिन्नत गोरखपुरी सहित अनेक श्रद्धालु सम्मिलित रहे।
सभी ने दीप जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और राष्ट्र तथा विश्व शांति के लिए एकजुट होकर कार्य करने का संकल्प लिया। इस दौरान “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम्” के जयघोष से पूरा घाट गूंज उठा।
धराधाम इंटरनेशनल परिवार के इस अद्भुत प्रयास ने यह सन्देश दिया कि धर्म का सर्वोच्च उद्देश्य केवल पूजा नहीं, बल्कि मानवता की सेवा और राष्ट्र के प्रति समर्पण है। यह आयोजन आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा कि आस्था तभी सार्थक है, जब उसमें देश के प्रति प्रेम और विश्व के प्रति करुणा का भाव जुड़ा हो।