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21 Oct 2025 · 1 min read

मुक्तक:- जिंदगी

मुक्तक:- जिंदगी

कौन सी राह पर मैं भला जाऊँगा।
क्या पता कब कहाँ मैं छला जाऊँगा।
जिंदगी का कहीं कुछ भरोसा नहीं।
मौन होकर जहाँ से चला जाऊँगा॥

©दिनेश कुशभुवनपुरी

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