दिवाली-पर्व: एक कुंडलियां!
दिवाली-पर्व: एक कुंडलियां!
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दिवाली है पर्व एक, भारत की पहचान।
इस दिन जगमग दीप से,चमके घर खलिहान।।
चमके घर खलिहान,देश का कोना-कोना।
उत्साहित मन लगे,भरा ज्यौं हर घर सोना।।
प्यासा इक इक दीप, उजाला भरने वाली।
आएं मिल जुल रहें, मनायें सभी दिवाली ।।
-‘प्यासा’