आओ इस दीपावली को स्वदेशी बनाये
स्वदेशी को यादो मे नहीं,अपनी आदत मे बसायें,
आइये इस दीपावली को हम सब स्वदेशी बनाये।
खरीदे केवल अपने देश मे बना हुआ ही सामान,
जिससे हर व्यक्ति को रोजी मिलेगी और सम्मान।
देश का सामान बिकेगा तो देश का विकास बढेगा,
देश का आयात घटेगा और देश का निर्यात बढेगा।
निर्भर न रहना पड़ेगा किसी पर देश सक्षम बनेगा।
दिन दूनी रात चौगनी देश हर तरह से उन्नति करेगा।
स्वदेशी से दिवाळी मनाये,विदेशी की होली जलाये।
मित्रो को गले लगाये दुश्मनो को हम खूब जलाये।।
आओ हम सब इस दीपावली को स्वदेशी बनाये।
जिस घर मे दीप न जले उस घर मे दीप जलाये।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम