Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
25 Sep 2025 · 1 min read

आदि कवि विद्यापति नाई।

आदि कवि विद्यापति नाई।
जोतिश्वर कृत वर्णरत्नाकर मे विदापत नाच के चर्चा हय।इहो कि १४वी शताब्दी के दरबारी कवि विद्यापति से पहिले विद्यापति भेल रहय। साहित्यकार आ इ विदेह के संपादक गजेन्द्र ठाकुर पूर्व विद्यापति के नाई महेश ठाकुर के पुत्र बतबैत हतन।पं शशिनाथ झा जी सेहो बतैलन कि@ १२००ई मे विद्यापति भेल रहय।वो हुनका खौआल वंशज बतबैत हतन। हालांकि पूर्व विदापत नाच करैत रहय।नाच निम्न वर्गीय लोग करैत हतन।बाभन के नाच के परम्परा न हय। सिद्ध होइ हय कि पूर्व विद्यापति नाई रहत। एगो गंभीर तथ्य इ कि वो खौआल वंश के रहे कि नौआल वंश के एगो गंभीर विषय हय।कारण पं शशिनाथ झा अप्पन संपादन मे डाक के एगो कहावत में रावन के बदल के बाभन क देले छतन।पं भवनाथ झा एकर विरोध कैल हतन। डाक बचन हय – डाक कहय सुनह राबन।केरा रोपि आषाढ सावन।
सिद्ध होइ पूर्व विद्यापति नाई रहलन।
-आचार्य रामानंद मंडल सीतामढ़ी।

Loading...