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19 Sep 2025 · 1 min read

#तेवरी

#तेवरी
◆ रखवाले कौए
【प्रणय प्रभात】
◆ काला दिल है काले कौए।
कब किसने हैं पाले कौए??
◆ श्राद्ध पक्ष में हुए नदारद।
जितने थे नखराले कौए।।
◆ रजधानी में ख़ूब मिलेंगे।
हंस वेश में काले कौए।।
◆ ख़ुद की रक्षा गन-मेनों पे।
मुल्क़ के हैं रखवाले कौए।।
◆ राग चुनावी गूँज रहा है।
रंग में हैं मतवाले कौए।।
◆ खुली सड़क पे घर वाले तो।
घर में बाहर वाले कौए।।
◆ एक रंग है रूप एक सा।
इक सांचे में ढाले कौए।।
◆ मैना, बुलबुल, गौरैया से।
दिखते भोले भाले कौए।।
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संपादक
न्यूज़&व्यूज
(मध्यप्रदेश)

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