सुंदर बगीचा
सुंदर बगीचा रंगों से भरा,
हर फूल में जैसे सपना खिला।
कोयल की कूक गूंजे यहाँ,
हर पत्ती में छिपी है दुआ।
हवा में महकती खुशबू प्यारी,
तितलियाँ करतीं रंगीन सवारी।
नन्हीं कोंपलें मुस्कुराती हैं,
ओस की बूँदें गीत सुनाती हैं।
हरी घास पे खेलें किरणें,
मन को देतीं मीठी तरंगें।
मधुमक्खियाँ गुनगुनाती हैं,
मोर पंख फैला नाच दिखाती हैं।
यह बगीचा है जीवन का गीत,
शांति, सौंदर्य, प्रेम का मीत।
आओ इसे संजोएँ हर बार,
सुंदर बगीचा है प्रकृति का उपहार।
कवि
वैन