*मेरा बचपन*
एक बचपन का भी जमाना था।
जहां खुशी का ठिकाना था।।
वो मेरा बचपन ही था।
जहां में अपने दोस्तों के साथ खेलता था।।
बचपन का भी क्या पल था।
जहां आलमारी में रखी किताव।
उनको में पड़ता था।।
वो बचपन भी क्या था।
जहां खुशी का ठिकाना था
सुबह उठ के, नाश्ता कर के, स्कूल में जाता था।
गुरु जी मार खा के,टेस्ट में करता था।।
वो बचपन भी क्या था।
जहां खुशी का ठिकाना था।।
वतन कुमार