देश की जनता जाग रही है।
देश की जनता जाग रही है।
अपना हक मांग रही है।
तभी तो नीति को तुम्हारी
वह अब नहीं मान रही है।।
हरमिंदर कौर अमरोहा
देश की जनता जाग रही है।
अपना हक मांग रही है।
तभी तो नीति को तुम्हारी
वह अब नहीं मान रही है।।
हरमिंदर कौर अमरोहा