*सुप्रभात* 🙏🏾🙏🏾🌺🌺🍫🍫🍫🌺🌺🌺🙏🏾🌺🌺🌺🌺
सुप्रभात 🙏🏾🙏🏾🌺🌺🍫🍫🍫🌺🌺🌺🙏🏾🌺🌺🌺🌺
जीवन जीनें की कला,अब सबको आनी चाहिये।
रहे खुशी या गम लबों,पर मुस्कुराहट लाइये।।
नही भरोसा जिंदगी,कब रूठ कर ही चल पड़े।
वक्त भले जितना मिले,हँसकर हर पल बिताइये।।
डा० प्रियदर्शिनी राज