पुराने फोटो एल्बम का दर्द
आज अपनी एक पुरानी
फाइल को खोज रहा था ,
अचानक एक पुराना
फोटो एल्बम दिख गया था I
अपने अभीष्ट को त्याग अब
मै उसे ही देखने लगा था,
पुनः उसे पूरा देखने का
लोभ संवरण न हो सका था I
पृष्ठ दर पृष्ठ एक-एक कर
मैं पलीता जा रहा था ,
और कब अतीत में पहुंच गया
पता ही नहीं चला था I
तरुणाई में सच कितना
मैं सजीला लग रहा था,
अफसोस आज उसका बस
एक हिस्सा रह गया था I
बहुत सारे रिश्तों के आज
दर्शन अकस्मात हो रहे थे,
पर आज बहुतों को उस
अल्बम से विलुप्त पा रहे थे I
मन अचानक से यह देख
बोझिल हो चला था,
एकाएक माँ बाबू के फोटो
पर मेरा ध्यान गया था I
मेरे विवाह के एक दृश्य में
वे दोनों संग पूजा कर रहे थे,
दोनों को एक साथ देख
मेरे नयन नीर चल पड़े थे I
उनके जाने से अभी तक मैं
स्वयं को अनाथ समझ रहा था ,
आज कुछ देर के लिये ही सही
निर्मेष मैं सनाथ लग रहा था I
निर्मेष