'क़लम पकड़ तू ठीक से, लगा वक़्त की धार।
‘क़लम पकड़ तू ठीक से, लगा वक़्त की धार।
सच को सच लिखकर यहाँ, कर लेखन साकार।।’
डा सीमा विजयवर्गीय
‘क़लम पकड़ तू ठीक से, लगा वक़्त की धार।
सच को सच लिखकर यहाँ, कर लेखन साकार।।’
डा सीमा विजयवर्गीय