इश्क होता नहीं रोज़ घंटों बात करना
इश्क होता नहीं रोज़ घंटों बात करना,
इश्क होता नहीं सुबह तक साथ मे जागना।
इश्क होता है हफ्तों में,
महीने में एक बार बस हाल-चाल पूछ लेना।
इश्क होता है उनसे बात न करना।
इश्क होता है उनसे शिकायत करना,
इश्क होता है कोई गिला न करना भी।
इश्क होता है बिना कुछ लिखे,
बिना कुछ बोले बस केवल इश्क करना भी।
इश्क होता है, कहना “मैं तुमसे प्यार नहीं करता” भी।
इश्क होता है, सुनना “मैं तुमसे प्यार नहीं करती” भी।