जब तक परमात्मा स्वयं नहीं चाहता, उसे नहीं पाया जा सकता, बाकि
जब तक परमात्मा स्वयं नहीं चाहता, उसे नहीं पाया जा सकता, बाकि सब झूठ है।। उसको मिलने की चाह होगी तो वह स्वयं आयेगा । तुम प्रयत्न कर उसे पा लो तुम्हारी औकात नहीं ।। मधुप बैरागी
जब तक परमात्मा स्वयं नहीं चाहता, उसे नहीं पाया जा सकता, बाकि सब झूठ है।। उसको मिलने की चाह होगी तो वह स्वयं आयेगा । तुम प्रयत्न कर उसे पा लो तुम्हारी औकात नहीं ।। मधुप बैरागी