आज के वक्त में,सब प्राथमिकता से चल रहे है
आज के वक्त में,सब प्राथमिकता से चल रहे है
फिर रिश्ते हो,प्रेम हो,दोस्ती हो,परिवार हो या काम धंधा हो।
सब प्राथमिकता से चल रहे है।आप अपेक्षाएं लगाओगे,आज के वक्त में आपको ही ज्यादा महत्वहीन ओर उपेक्षित महसूस करवा देंगे।व्यवहार काम तक रखो अगर दोनों तरफ से सेम व्यवहार की अपेक्षा रखो आप मूर्ख हो। आज के वक्त में इंसान का व्यवहारों प्राथमिकता के अनुरूप है। आप ने मदद किया वो आपका व्यवहार था उनका नहीं।
समझे एहसान का एहसास का महत्व जैसा कुछ नहीं है।
आप ज़रूरी होगे जरूरी जैसा व्यवहार, आप जरूरत होगे आपके सात जरूरत जैसा व्यवहार। इसी फंडे पर परिवार प्रेम दोस्ती और कामकाजी व्यवहार चलते है।
आपके साथ का सफर वैसा होगा जैसा आपको स्थान दिया गया है जरूरी ओर जरूरत मै से।
वरना बहान देकर अपना पल्ला झाड़ने में लोग एक्सपर्ट हैं जब जवाब नहीं होते तब बहाने होते है।