क्रोध अग्नि में जल मनुज,करता कुटिल प्रहार।
क्रोध अग्नि में जल मनुज,करता कुटिल प्रहार।
मधुर वचन को भूलता,भूले मधु व्यवहार।।
डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम
क्रोध अग्नि में जल मनुज,करता कुटिल प्रहार।
मधुर वचन को भूलता,भूले मधु व्यवहार।।
डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम