ये मजबूरी हमें तो मजबूत बनाती हैं
ये मजबूरी हमें तो मजबूत बनाती हैं
जीवन में हर पल लड़ना सिखाती है।
खुदखुशी मे अगर खुद की खुशी हो
तो भी हमकों तो गलत ही लगती है।
जो जान दे नहीं सकता वो लेता क्यों?
माना बुजदिल नहीं है, तो मरता क्यों?
दर्द किसी के जाने से खत्म नहीं होता
तो ऐसा मौत का तांडव रचाता क्यों?
अनिल चौबीसा चित्तौड़