कोई नुक्ताचीनी नहीं,कोई इल्जामात नहीं,
कोई नुक्ताचीनी नहीं,कोई इल्जामात नहीं,
बस अपने फर्ज और ईमान पर गौर कीजिए ।
बहुत मुश्किल दौर से गुजर रहा है हमारा वतन ,
एक होकर अपने वजीर आजम का साथ दीजिए।
कोई नुक्ताचीनी नहीं,कोई इल्जामात नहीं,
बस अपने फर्ज और ईमान पर गौर कीजिए ।
बहुत मुश्किल दौर से गुजर रहा है हमारा वतन ,
एक होकर अपने वजीर आजम का साथ दीजिए।