माँ जैसा जहाँ में कोई , मिलता है दुबारा,
माँ जैसा जहाँ में कोई , मिलता है दुबारा,
मुरझा के कोई फूल, न खिलता है दुबारा।
✍️नील रूहानी ..
माँ जैसा जहाँ में कोई , मिलता है दुबारा,
मुरझा के कोई फूल, न खिलता है दुबारा।
✍️नील रूहानी ..