स्याही का भी दाम लगे और कलम भी बिक जाएं।
स्याही का भी दाम लगे और कलम भी बिक जाएं।
दौलत के आगे अच्छे-अच्छों की नीयत बिगड़ जाए।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”
✍️✍️
स्याही का भी दाम लगे और कलम भी बिक जाएं।
दौलत के आगे अच्छे-अच्छों की नीयत बिगड़ जाए।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”
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